नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर कई बार वाइरल हो चुका है 175₹ के सिक्के की खबर , लेकिन इस बार सोलह आने सच है यह खबर, ये आपको सुनने में अजीब जरूर लगेगा कि क्या कभी देश मे 175 रुपये का सिक्का भी जारी हो सकता है। जी हाँ जल्दी ही देश मे 175 रुपये का सिक्का जारी होने जा रहा है।
आईआईटी रुड़की अपने स्थापना दिवस के 175 साल पूरे होने पर शानदार जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है आईआईटी रुड़की समाज के विकास में तकनीक शिक्षा और अपना अभूतपूर्व योगदान देने के लिए जाना जाता है हालांकि यह समारोह पूरे 1 वर्ष तक चलने वाला है। जिसमें शिक्षकों कर्मचारियों छात्रों और भूतपूर्व छात्र छात्राओं के विभिन्न शैक्षणिक सांस्कृतिक खेल तथा अन्य प्रकार की आउट रिच गतिविधियां करवाई जाएंगी। गौरतलब है पहली बार जोनल आउटरीच गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
आईआईटी रुड़की द्वारा एलुमनाई मीट का आयोजन कोलकाता अहमदाबाद दिल्ली एनसीआर हैदराबाद बेंगलुरु आदि के सभी छात्र छात्राओं तक पहुंचने उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए और आप सी संबंधों को बल देने के लिए किया गया। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफ़ेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी के अनुसार, उन्होंने अपने पूर्व छात्राओं के बीच IIT Roorkee के 175 वें स्थापना दिवस का जश्न मनाने की योजना के रूप में उन्होंने पहले पड़ाव के रूप में गांधीनगर को चुना।
आपको यह जानकर बड़ा आश्चर्य होगा कि क्या कभी 175 rupees coin भी जारी हो सकता है। तो हां दोस्तों यह बात एकदम सही और सटीक है। कि देश में पहली बार 175 Rupees coin मुद्रित होने जा रहा है दरअसल बात यह है कि भारत सरकार उत्तराखंड में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की की स्थापना दिवस के 175 साल पूरे होने पर स्मृति के तौर पर 175 मुद्रित करने जा रही है।
देश के सुप्रसिद्ध सिक्कों के संग्रह कर्ता और अध्ययन करने वाले सुधीर लुणावत अनुसार हिंदुस्तान में पहली बार जो 175 rupees coin जो मुद्रित होने जा रहा है उसका संपूर्ण भार 35 ग्राम होने जा रहा है। सुधीर लुणावत के अनुसार जो एक ₹175 coin जारी होने जा रहा है उस सिक्के में 50 परसेंट चांदी 40 परसेंट तांबा तथा पांच पांच परसेंट निकल और जस्ता शामिल होंगे।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के स्थापना दिवस के मौके पर जो 175 rupees coin जारी हो रहा है वह सिक्का 44 मिली मीटर गोलाकार रूप में होगा। सिक्के के मुख्य भाग पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के मुख्य प्रशासनिक भवन जिसे हम जेम्स थॉमस इमारत बोलते हैं उसका फोटो लगा होगा तथा इस फोटो के नीचे बीच में 175 वर्ष लिखा रहेगा। तथा सिक्के पर जो इमारत छपी होगी उस भारत के ऊपर की परिधि में हिंदी में और नीचे की परिधि में अंग्रेजी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अंकित होगा। तथा जेम्स थॉमस इमारत के नीचे दाएं और 1847 तथा वही नीचे बाई और 2022 और इसी प्रकार सिक्के के दूसरी तरफ अशोक स्तंभ के नीचे सत्यमेव जयते और रुपए के चिन्ह के साथ 175 लिखा रहेगा।
सुधीर कहते हैं कि इस 175 rupees coin का मुद्रण भारत सरकार की मुंबई टकसाल में होने जा रहा है। तथा इस 175 Rupees coin में जो लागत आएगी वह लगभग 4000 रुपए के आसपास होगी। सुधीर लुणावत के अनुसार भारत सरकार ने इससे पहले भी कई अलग-अलग अवसरों पर कई प्रकार के सिक्के जैसे ₹60 रुपए ₹70 , ₹125 , ₹150 , ₹250 ,₹350 , आदि अनेक प्रकार के स्मारक सिक्के पहले जारी किए जा चुके हैं।
आईआईटी रुड़की जिस से पहले हम रुड़की कॉलेज के नाम से पुकारते थे इसकी स्थापना 1847 में ब्रिटिश काल में एक इंजीनियरिंग कॉलेज रूप में हुई थी। इसके बाद नवंबर 1949 में तत्कालीन कॉलेज से पहले इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में बदला गया। 21 सितंबर 2001 को रुड़की विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया।
इसके बाद भारतीय संसद में एक बिल पास करके रुड़की विश्वविद्यालय से यह संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की कर दिया गया। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की जो कि पहले थॉमसन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के नाम से प्रसिद्ध था वह अपनी 175 वी वर्षगांठ मना रहा है इस अवसर पर वह 175 rupees historical rupees भी जारी कर रहा है। हालांकि वर्षगांठ समारोह 25 नवंबर 2021 को शुरू हुआ था और यह 24 नवंबर 2022 तक संपन्न होगा।