जयपुर। अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले राजस्थान के भाजपा नेता और पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने फिर विवादास्पद बयान दिया है। प्रदेश के अलवर जिले में दुष्कर्म की एक वारदात के बाद उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग हमारे भाई नहीं रहे। उनके मुताबिक, अब हिंदुओं को शास्त्र के साथ शस्त्र भी उठाना पड़ेगा। अलवर जिले के रामगढ़ इलाके में 12 वर्षीय एक नाबालिग से दुष्कर्म के बाद ज्ञानदेव आहूजा ने पीड़िता और उसके स्वजन से मुलाकात की। इसके बाद सोमवार को उन्होंने 25 जुलाई को बहादुरपुर में हथियारों के साथ रैली करने की घोषणा की। इसमें 10 हजार लोगों के शामिल होने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि इस रैली में किसी भी मुस्लिम को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यदि कोई आएगा तो उसे हाथ पकड़कर बाहर निकाल दिया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मुसलमान अब हमारे भाई नहीं रहे। यह भाई तब होते, जब हमारी बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म नहीं करते। आहूजा ने कहा कि अब समय आ गया है कि हिंदुओं को शस्त्र उठाकर अपनी पहचान करानी होगी, क्योंकि समाज विशेष के लोग हिंदू बेटियों के साथ आए दिन दुष्कर्म और अत्याचार जैसी हरकते करते हैं। उन्होंने कहा कि नाबालिग पीड़िता के पिता को पैसे का प्रलोभन देकर समझौते के लिए कहा गया। वह इसके लिए तैयार नहीं हुए तो धमकियां दी जा रही हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के आरोपितों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। आहूजा ने आरोप लगाया कि मेवात में मुसलमान हिंदुओं का जबरन मतांतरण कराते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि वह मंदिर में घंटी नहीं बजाएंगे, क्योंकि वह तो मस्जिद में टोपी लगा कर निकलते हैं। अशोक गहलोत भी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तरह बाईचांस हिंदू हैं। उनसे न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है।