*मेरे प्रदेश के खिलाफ वातावरण बनाया गया, प्रेमचंद अग्रवाल ने भावुक होकर मंत्री पद से इस्तीफा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को सौंपा*
महेश मिश्रा
सम्पादक देशहित न्यूज़
देहरादून/रूड़की
उत्तराखंड के संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आज ही मुजफ्फरनगर के शहीद स्मारक पहुंचकर राज्य आंदोलनकारियों को नमन भी किया और फिर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया है और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को देने जा रहा हूंI और भावुक होकर कहा कि *मेरा उत्तराखंड प्रदेश आगे बढ़े, और मैं उत्तराखंड प्रदेश के कल्याण के लिए बलिदान देने को तैयार हूं,वह उत्तराखंड के बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे*
अग्रवाल का इस्तीफा फरवरी में राज्य विधानसभा में उनके बयान से उपजे राजनीतिक विवाद के बाद आया है। कांग्रेस विधायक के साथ तीखी बहस के दौरान उन्होंने सवाल उठाया था कि क्या उत्तराखंड सिर्फ पहाड़ी लोगों के लिए है, जिसके बाद राजनीतिक दलों और विभिन्न संगठनों की ओर से व्यापक प्रतिक्रिया हुई थी।
यह पहले ही स्पष्ट हो चुका था कि अग्रवाल पर पद से इस्तीफा देने का बहुत दबाव था, सरकार और अग्रवाल को बस सही समय का इंतजार था। प्रेम चंद हर्षिल के प्रभारी मंत्री थे, प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान उन्हें नहीं दिखाया गया और तभी से यह स्पष्ट माना जा रहा है कि सरकार पर प्रेम चंद अग्रवाल के लिए दबाव है। चूंकि सरकार ऐसी कोई स्थिति नहीं चाहती जिसका प्रभाव भारत के प्रधानमंत्री के दौरे पर पड़े, इसलिए सरकार ने प्रेम चंद अग्रवाल को प्रधानमंत्री के दौरे से दूर रखा है।
केंद्र ने 09-03-2025 को उत्तराखंड के वित्त मंत्री अग्रवाल को विशेष आपदा उपकर लगाने के लिए GOM का सदस्य नामित किया उस दिन से यह स्पष्ट हो गया कि देर-सवेर प्रेम चंद अग्रवाल के इस्तीफे का सिलसिला एक सम्मानजनक तरीके से स्थापित हो गया और आज उन्होंने इस्तीफा दे दिया है
महेश मिश्रा (देशहित न्यूज)
उपाध्यक्ष, प्रेस क्लब (रजि.), रूड़की
कानूनी & राजनीतिक विश्लेषक पत्रकार (अधिवक्ता)
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