जिसका असर टिहरी और पौड़ी में भी देखने को मिला।
Dehradun News: अंकिता हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder) की सीबीआई जांच कराने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल और सामाजिक संगठनों के द्वारा बाजार बंद करने को कहा गया है. इसी क्रम में तमाम सामाजिक संगठनों ने शहर भर में घूमकर शहर की दुकानें बंद करवाई. साथ ही साथ कुछ व्यापारियों ने भी इसका विरोध किया जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने अलर्ट मुस्तैदी दिखाते हुए शहर भर में पुलिस को तैनात किया.
बाजार बंद करने का आह्वान
गांधी पार्क, शहीद स्थल और तमाम अन्य शहर के बाजारों में उत्तराखंड क्रांति दल और सामाजिक संगठन ने अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने के लिए बाजार बंद करने का आह्वान किया. बंद के आह्वान को लेकर पुलिस भी अलर्ट दिखाई दी. साथ ही साथ अंकिता हत्याकांड को लेकर सामाजिक संगठनों के द्वारा किए जा रहे बाजार बंद के आह्वान पर व्यापारियों से भी हल्की नोकझोंक देखने को मिली जिसके चलते बाजार बंद का असर काफी कम देखने को मिला.
अंकिता हत्याकांड की जांच सीबीआइ से करवाई जाए
देहरादून में भी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए लोग मुखर दिखे। जिले में तमाम व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं। वहीं, गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन कर सरकार से पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय दिलाने की मांग की गई। सुबह करीब नौ बजे से उत्तराखंड क्रांति दल और कांग्रेस समेत विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के कार्यकर्त्ता गांधी पार्क में एकत्र होने शुरू हो गए थे। इस दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के प्रवक्ता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि सरकार पर प्रदेश की जनता को विश्वास नहीं है। अंकिता हत्याकांड की जांच सीबीआइ से करवाई जाए।
उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रेस बयान जारी कर गढ़वाल से कुमाऊं तक पूरी तरह बाजार बंद रहने का दावा किया। माहरा ने कहा कि सरकार निष्पक्ष जांच के लिए यह प्रकरण सीबीआइ को सौंप दे, तभी अंकिता के परिवार को न्याय मिलेगा।
–
टिहरी में भी दिखा बंद का असर
अंकिता हत्याकांड के विरोध में बंद का व्यापक असर टिहरी में भी देखने को मिला. व्यापार मंडल टिहरी द्वारा बंद का समर्थन करते हुए नई टिहरी और बौराड़ी में दुकानें बंद रखी. हालांकि इमरजेंसी सेवाओं को इसमें शामिल नहीं किया गया, व्यापार मंडल का कहना है कि अंकिता के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, जिससे दोबारा इस तरह की घटनाएं न हो और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सरकार को कोई ठोस कानून बनाना चाहिए. जिससे महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सके और इस तरह की घटनाओं पर भी रोक लगाई जा सके.
पौड़ी में भी बंद का असर
जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि बाजार बंद के दौरान कोई भी हुड़दंग ना मचे इसको लेकर पुलिस प्रशासन को शांति व्यवस्था बरकरार रखने के लिए कड़े एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे शहर में शांति व्यवस्था कायम रहे. जिलाधिकारी ने बताया कि राजनीतिक और गैर राजनीतिक पार्टियों और व्यापार सभा की संतुष्टि के बाद ही बाजार बंद का ऐलान किया गया है जिसमें आम जनता से शांति व्यवस्था को कायम रखने की अपील की गई है.
। पौड़ी जिले में मृतक अंकिता के गृहक्षेत्र यमकेश्वर ब्लाक समेत श्रीनगर, थलीसैंण, कोटद्वार और पाबों में 90 प्रतिशत दुकानें बंद रहीं। हालांकि, जिले के अन्य क्षेत्रों में बंद का ऐसा असर नहीं दिखा।
कोटद्वार में भी बाजार बंद
कोटद्वार व्यापार संघ द्वारा भी 2 अक्टूबर को बाजार बंद का स्वागत किया गया और व्यापारियों द्वारा बाजार बंद रखा गया, लेकिन कुछ व्यापारी दुकान खोलते भी नजर आए. शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी संजय मित्तल ने कहा कि अंकित भंडारी हत्याकांड ने प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश की जनता को जगा दिया है. जिन लोगों ने दुकानें खोली हुई है इस तरह का कांड किसी की भी बहन बेटी के साथ हो सकता है, ऐसे में सभी को अपना समर्थन देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो. सामाजिक संगठनों व्यापारियों और आम जनता द्वारा कोटद्वार ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में जगह जगह अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
रुद्रप्रयाग में भी दिखा बंद का असर
अंकिता हत्याकांड के विरोध में रुद्रप्रयाग जिले के समस्त बाजारों को बंद किया गया है. सामाजिक संगठन के लोगों के साथ ही उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने अंकिता हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से लेकर केदारनाथ यात्रा पड़ावों में बंद का असर दिख रहा है. देश-विदेश से केदारनाथ यात्रा पर आये श्रद्धालु भी इसका समर्थन कर रहे हैं.
व्यापार सभा गजा ने शहीद बेलमति चौहान चौक पर एकत्रित हो कर अंकिता भंडारी के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शोक व्यक्त किया, व्यापार सभा गजा अध्यक्ष विनोद सिंह चौहान , सचिव विजय सिंह तड़ियाल, कोषाध्यक्ष अशीष चौहान ,सहित यशपाल सिंह चौहान, सोबत सिंह चौहान, जय प्रकाश कोठियाल, सुरेन्द्र सिंह नेगी, राजेन्द्र सिंह राणा,मान सिंह चौहान, मकान सिंह चौहान सहित सभी व्यापारी उपस्थित रहे, बाजार बंद रखा गया ।
मसूरी में दोपहर 12 बजे तक बंद रहे बाजार
अंकिता हत्याकांड के विरोध, अंकिता के परिवार को न्याय दिलाने व अभियुक्तों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग को लेकर मसूरी के व्यापारियों ने दो अक्टूबर को दोपहर बारह बजे तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
गोपेश्वर, कर्णप्रयाग और जोशीमठ में पूरा दिन बाजार बंद
रविवार को वैसे तो प्रदेश के अधिकांश बाजार साप्ताहिक अवकाश के चलते बंद रहते हैं। लेकिन, दो अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर उत्तराखंड क्रांति दल, उत्तराखंड महिला मंच समेत कुछ अन्य राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने अंकिता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर प्रदेशभर में बंद का एलान किया था। इस जघन्य हत्याकांड के विरोध में चमोली में जिला मुख्यालय समेत गोपेश्वर, कर्णप्रयाग और जोशीमठ में पूरा दिन बाजार बंद रहे। बदरीनाथ धाम और आसपास के क्षेत्र में बंद का मिलाजुला असर रहा। बदरीनाथ में माउंटेन ट्रैक्स के दल ने भी उत्तराखंड बंद का समर्थन किया।
आरोपियों को फांसी देने की मांग
हरिद्वार में भी अंकिता भंडारी मर्डर केस में विपक्षी दल राज्य सरकार पर हमलावर हो रहे है. हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक पर बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए कांग्रेसियों ने राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए और प्रदेश की भाजपा सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर हमला बोला। कांग्रेस नेताओं ने अंकिता भंडारी मर्डर केस के मामले में मुख्य आरोपी पुलकित आर्य को फांसी देने की मांग की. कांग्रेस महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस को चलाकर जल्द से जल्द आरोपियों को फांसी की सजा देनी चाहिए।
उत्तरकाशी में दिखा बंद का असर
उत्तरकाशी में यूकेडी समेत संयुक्त संघर्ष मोर्चे के आह्वान पर उत्तराखंड बंद का पूरा असर देखा जा रहा है. सुबह से सभी दुकाने बंद हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स लगाई गई. अंकिता हत्याकांड और भर्ती घोटाले को लेकर जनपदवासियों में भारी आक्रोश है. जनपद के लोग अंकिता के दोषियों को फांसी के साथ भर्ती घोटाले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे है.