देहरादून

लैंसडौन का नाम बदलकर जनरल बिपिन रावत नगर किए जाने से पहले सरकार लैंसडौन में जनमत संग्रह कराए -धीरेंद्र प्रताप

 

उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने लैंसडौन का नाम बदलकर जनरल बिपिन रावत नगर किए जाने पर ऐतराज जताते हुए कहा है कि लैंसडौन का नाम बदलने से पहले सरकार को वहां की जनाकांक्षा को जानने के लिए ” जनमत संग्रह “करवाना चाहिए ।

धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि जनरल बिपिन रावत का भारत की तमाम जनता सम्मान करती है ।देहरादून में पहले ही कनक चौक पर उनकी मूर्ति लगाई जा रही है। यही नहीं देश में कई अन्य स्थानों पर भी उनके नाम से संस्थान और सड़कों के नामकरण किए गए हैं। ऐसी स्थिति में लैंसडौन का नाम भी उन्हीं के नाम पर किए जाना की जनता कोई आवश्यकता नहीं समझती ।यही कारण है कि लैंसडौन के लोगों में इसका नाम जनरल बिपिन रावत नगर किए जाने को लेकर भारी रोष है और लोगों का मानना है कि नाम बदलने से उनके स्थानीय सामाजिक और व्यापारिक हितों पर विपरीत असर पड़ेगा और पर्यटकों का आकर्षण भी लैंसडाउन के प्रति घटेगा। उन्होंने कहा कि इसी बात को समझते हुए उनके अलावा यहां के भाजपा के स्थानीय विधायक दिलीप रावत भी जनता के रोष को देखते हुए लैंसडौन का नाम बदलने का विरोध कर चुके हैं ।

धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लैंसडौन की जनता की जन भावना का सम्मान करना चाहिए और इस मामले में जल्दबाजी ना करके, इस प्रस्ताव को दिल्ली रक्षा मंत्रालय में नहीं भेजा जाना चाहिए ।उन्होंने कहा यदि फिर भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता की बात नहीं सुनी तो कांग्रेस को इसके विरोध में सड़कों पर आना पड़ेगा । उन्होंने फिर स्पष्ट किया कि वह जनरल बिपिन रावत का पूरा सम्मान करते हैं परंतु लैंसडौन की जनाकांक्षा का अपमान भी बर्दाश्त करना मुश्किल है।

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