गढ़वाली रंगमंच विकास में नाट्य शिल्पियों का योगदान श्रृंखला -11 – 🖋️संकलन – भीष्म…
Category: टेक डायरी
पहाड़ की कृषि आर्थिकी को संवार सकता है ओगल, डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
ओगल कभी उत्तराखंड की मुख्य फसल होती थी । ओगळ से आटा बनता है। ओगल पुरे…
भारतीय गणित परंपरा का चमकता सितारा रामानुजन, डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर, 1887 को तमिलनाडु के इरोड शहर में हुआ था। वे कुंभकोणम…
हरित क्रांति के साथ ही शुरू हुई काला भट्ट दलहन की खेती की उपेक्षा, डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
देवभूमि की हवाओं, वादियों, परिवेश को यूं ही तो इतना नहीं माना जाता। हां सुंदरता…
शराब माफिया का शिकार बने थे निर्भीक पत्रकार उमेश डोभाल , डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
जब उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र से शुरू हुआ नशा नहीं रोजगार दो आंदोलन एक…
बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत , डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
अल्मोड़ा उत्तराखंड (जोकि पहले उ.प्र.) में हुआ करता था। वह महाराष्ट्रियन मूल के थे।…
दुर्घटनाओं के ठोस तथ्य वैज्ञानिक विश्लेषण से आये सामने, डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
दुर्घटना से देर भली। सड़क सुरक्षा के लिए इस तरह के तमाम स्लोगन सड़कों के इर्द-गिर्द…
वियतनाम में 20वे अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में युवा कवि-पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’,सलेकचंद जैन स्मृति सम्मान से होंगे सम्मानित
वियतनाम में आयोजित होने वाले 20वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मलेन में प्रतिभाग करेंगे युवा कवि-पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’,सलेकचंद…
माँ के निधन की सूचना के वावजूद इस नन्हे बाल कलाकार ने स्कूल के प्रोग्राम में प्रभु श्रीराम की बाललीला का निभाया किरदार
मिलिए अल्मोड़ा के इस अलौकिक बालक योगेश गोसाईं से..विद्यालय के वार्षिक समारोह…
जखिया में बसा स्वाद और खुश्बू का समंदर डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में तड़के के रूप में खूब इस्तेमाल किया जाने वाला सर्वाधिक लोकप्रिय…