पुलिस के मुखबिर बन रहे सीसीटीवी कैमरे, बेनकाब हो रहे अपराधी
देहरादून-: पुलिस के हाईटेक होने के साथ ही बदमाश भी सतर्क हो गए हैं। इसलिए वे ऐसा कोई सुराग नहीं छोड़ते, जिससे पुलिस उन्हें सर्विलांस से ट्रैस कर ले। अब पुलिस के लिए सीसीटीवी कैमरे मुखबिर बन गए हैं। शहर में पिछले दिनों हुई हर सनसनीखेज घटना में सीसीटीवी कैमरों की मदद से सुराग मिले। इसके बाद पुलिस ने बदमाशों को दबोच लिया और मामले का पर्दाफाश हो गया। इसीलिए हर घटना के बाद अब पुलिस सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग ही खंगालती है।
8 जनवरी को किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से लोकेश पंवार की मिर्त्यु हो गई थी। मृतक के भाई ने नेहरू कालोनी थाने में आकर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर घटना के शीघ्र अनावरण हेतु प्रभारी निरीक्षक नेहरू कॉलोनी के नेतृत्व में टीम गठित कर अज्ञात वाहन चालक की तलाश प्रारंभ की गई। टीम द्वारा घटनास्थल का मुआयना कर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा की तलाश की गई किंतु घटनास्थल के आसपास कोई भी कैमरा ना होने के कारण अज्ञात वाहन चालक के बारे में जानकारी जुटा पाना संभव नहीं हो पाया घटनास्थल के आसपास के लोगों के द्वारा भी अज्ञात चालक के बारे में सुनी सुनाई व परस्पर विरोधाभासी जानकारी दी गई जिससे घटना का अनावरण होने में मुश्किलें आने लगी उस दौराने पूछताछ व घटनास्थल की निरीक्षण से पता चला की घटना किसी दूध ले जाने वाले वाहन से हुई है।
अज्ञात चालक की तलाश हेतु टीम द्वारा घटनास्थल के 3 किलोमीटर के दायरे में आने वाले समस्त मार्गों में लगे निजी और सरकारी कैमरो का बारीकी से विश्लेषण कर लगभग 50 के करीब दूध वालों को चिन्हित कर उनसे पूछताछ की गई व घटना के समय उनके घटनास्थल पर उपस्थिति का बारीकी से विश्लेषण किया गया काफी समय बाद भी अज्ञात अभियुक्त के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई टीम द्वारा पुनः घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया दुर्घटना का अनुमान लगाया गया व मृतक के वाहन का बारीकी से निरीक्षण किया गया तो वाहन के अगले पहिए पर हल्का सा टेप का लाल टुकड़ा मिला जिससे पुलिस टीम को दिशा मिली की घटना में किसी लाल रंग की टेप लगे वाहन की भूमिका है पुलिस द्वारा पुनः गहनता से सीसीटीवी का अवलोकन किया गया वह मैनुअली वाहन की तलाश की गई इस दौरान टीम को करीब 300 से अधिक वाहनों का बारीकी से निरीक्षण करना पड़ा ।
टीम को एक ई रिक्शा मिला जिसके पिछले भाग की लाल टेप हल्की सी खुर्ची हुई थी व वह मृतक की गाड़ी से मिली लाल टेप से मिल रही थी उक्त रिक्शा चालक से गहनता से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि किसी दूधवाले मोटरसाइकिल से टकराने के बाद मृतक की गाड़ी उसके ई रिक्शा के पिछले भाग से टकराई थी किंतु उक्त ई रिक्शा चालक वाहन के संबंध में कोई सटीक जानकारी नहीं दे पाया टीम द्वारा पुनः सीसीटीवी का बारीकी से विश्लेषण करने पर एक मोटरसाइकिल जोकि दूध बांटने का कार्य करती है के घटना के समय घटनास्थल पर होने के प्रमाण मिले व सीसीटीवी में उक्त मोटरसाइकिल सुपर स्प्लेंडर होने की पुष्टि हुई पुलिस टीम द्वारा सभी सुपर स्प्लेंडर मोटरसाइकिल चालकों जो कि उक्त क्षेत्र में दूध बांटने का कार्य करते हैं कि दैनिक व्यवहार का बारीकी से विश्लेषण किया तो पता चला की एक वाहन चालक ने अपने दूध बांटने के समय में घटना के दिन के पश्चात 1 घंटे का समय बदला है जिस पर टीम को उक्त पर शक हुआ व पुलिस टीम द्वारा उक्त वाहन चालक अभियुक्त सावेज पुत्र इकबाल निवासी हाल PNB Atm चौक के पास बंजारावाला थाना पटेलनगर मूल बिहारीगढ़ उप्र उम्र 28 वर्ष को पूछताछ हेतु बुलाया गहन पूछताछ में उक्त के द्वारा दुर्घटना में अपनी भूमिका होना स्वीकार किया वह अपने जुर्म से इकबाल किया ।
इस प्रकार पुलिस टीम द्वारा गहनता से विश्लेषण व अवलोकन कर कड़ी मेहनत से कड़ी से कड़ी को जोड़ते हुए एक ब्लाइंड केस का खुलासा किया है जिसका स्थानीय लोगों द्वारा व वादी द्वारा प्रशंसा की गई है। एसएसपी देहरादून ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे पुलिस के काफी मददगार साबित हो रहे हैं। पुलिस को दिनों दिन घटनाओं में सीसीटीवी कैमरों से सुराग मिल रहे है।
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में चौराहो व अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। करीब दो सौ स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इनमें से प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। अभी अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने का काम चल रहा है।
हकीकत में पुलिस को मुखबिर तंत्र भले ही पूरी तरह फेल हो गया हो, लेकिन कागजों पर मुखबिर चल रहा है। पुलिस को हर गुडवर्क से पहले बदमाशों के मूवमेंट की सूचना कागजों पर आज भी मुखबिर ही दे रहा है।
*नाम पता अभियुक्त*
सावेज पुत्र इकबाल निवासी पीएनबी एटीएम चौक, बंजारावाला, थाना पटेल नगर, मूल निवासी – बिहारीगढ़ उत्तर प्रदेश