*मांगें पूरी न होने पर विश्व दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगों ने मनाया काला दिवस* *(अर्जुन सिंह भंडारी)*
देहरादून-: आज विश्व दिव्यांग दिवस के मौके पर जनपद देहरादून स्थित गांधी पार्क में नंदा देवी निर्धन दिव्यांग कल्याण एसोसिएशन द्वारा प्रदेश दिव्यांगों की कुछ मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को दिए गए ज्ञापन पर सरकार से वार्ता के बावजूद भी अब तक कोई कार्यवाही न किये जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री आवास घेराव किये जाने को एकत्रित हुए। जहां उनके द्वारा आज उनके द्वारा इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की।
आज विश्व दिव्यांग दिवस पर नंदा देवी निर्धन दिव्यांग कल्याण एसोसिएशन द्वारा प्रातः 10 बजे से ही राज्य सरकार के खिलाफ अपनी मांगे न मानने के खिलाफ एकत्रित हुए गया जिसमें प्रदेश अध्यक्ष बसंत कुमार थपलियाल द्वारा पत्रकारों से बातचीत में बताया उनके द्वारा काफी लंबे समय से रसज्य सरकार को सोलह सूत्रीय मांगों के लिए ज्ञापन सौंपा गया था जिसपर मुख्यमंत्री व अधिकारियों से उनकी वार्ता भी हुई किन्तु लंबे समय बीत जाने के बावजूद भी सरकार द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए कोई कदम नही उठाया गया है जिसके चलते उनके द्वारा आज विश्व दिव्यांग दिवस को काले दिवस के रूप में मनाया जाएगा। अपनी मांगों को लेकर उनके द्वारा मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाने का आवाहन किया गया था किंतु पुलिस द्वारा उनको वहीं रोक दिया गया।
इस दौरान एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष बसंत कुमार थपलियाल ने कहा कि सरकार से उनके द्वारा पेंशन,रोजगार व शिक्षा से जुड़े विषयों पर कदम उठाने को ज्ञापन दिया गया था जिसमे सरकार द्वारा मात्र पेंशन योजना को ही पूरा किया गया है जिसमे भी उनको 4 से छह महीनों में मात्र 1200 रुपये दी जा रही है जिसमे उन लोगों का घर चलाना मुमकिन नही। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिव्यांगों के लिए आवंटित बजट सरकार द्वारा मात्र कागजों में खपाया जा रहा है।वही उन्होंने राज्य सरकार पर कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य के दिव्यांगजनो को नगर निगम के अंतर्गत मंडी क्षेत्र में 20 प्रतिशत जगह आरक्षित किये जाने के आदेश पर किसी भी दिव्यांग को इन जगह ठेली लगाने के लिए कोई जगह आवंटित नही की गई है।उन्होंने नगर निगम पर पुलिया नंबर 6 पर दिव्यांगजनो के अलावा अन्य लोगों को ठेले देने के आरोप लगाए जबकि उनके अनुसार उनके द्वारा सरकार से उन ठेलियों में से कुछ उनको दिए जाने की मांग की गयी थी।
इसके अतिरिक्त उनके द्वारा समाज कल्याण विभाग के द्वारा दिव्यांगजनो के प्रति उनकी अव्यवस्थाओं की भी शिकायत की स्वयं द्वारा उनसे बातचीत करने आने के बाद ही उनका धरना खत्म करने की बात कही।