यमकेश्वर:-जहाँ आजकल दुनिया टैक्नोलॉजी के दम पर सब कुछ मुट्ठी में करने को बेताब है वहीं यमकेश्वर विकास खण्ड टैक्नोलॉजी तो दूर की बात है बल्कि लोग छोटे से छोटे काम के लिए भी मिलॊं पैदल चलकर आने के बाद भी खाली हाथ वापस लौटने को मजबूर हैं।
पटवारी को बैठना पड़ रहा दूसरी जगह—-
सामाजिक कार्यकर्ता सतेश्वर प्रसाद जोशी निवासी ग्राम सभा बुकण्डी ने बताया कि हिराखाल यमकेश्वर के पटवारी अपनी चौकी पर नही बैठते हैं बल्कि लगभग 8-10 किमी दूर तिलधार खाल में दूसरी चौकी में बैठते हैं जिस कारण पटवारी चौकी हीराखाल काम से आने वाले लोग ठगे से रह जाते हैं,। इस सम्बन्ध में जब मैने cm helpline में शिकायत दर्ज की तो बेहद चौकाने वाला जबाव आया कि हीराखाल पटवारी चौकी पर न तो बिजली की व्यवस्था है और न ही कुर्सी मेज उपलब्ध हैं जिस कारण पटवारी वहाँ नही बैठते। जिस कारण लोगों को भारी परेशानी झेलने को मजबूर होना पडता है। यह समझ से बाहर है कि जिस चौकी के नाम से समस्त यमकेश्वर विकास खण्ड का कानूनगो क्षेत्र माना जाता है वहाँ की स्थिति इतनी खराब है। इसी सम्बन्ध में मैने DM गढवाल को भी मेल किया है हालांकि उनके द्वारा की गयी कार्यवाही का अभी कुछ पता नही है।