बेबसी में घर के आगे 5 माह के बच्चे को बैग में लावारिस छोड़ गया पिता, लिखा भावुक पत्र,जानिए क्या थी मजबूरी

अमेठी जनपद में एक पिता की बेबसी आई सामने, जहाँ पर पिता ने अपने 3 माह के मासूम बच्चे को एक घर के बाहर लावारिस छोड़ कर जाना पड़ गया। आखिर क्या वजह रही कि एक पिता ने दिल पर पत्थर रख कर ऐसा किया।आखिरकार उसने अपने बच्चे को एक बैग में पैक किया, और बच्चे की दैनिक उपयोग के सामान के साथ पैसे रखे और बैग में भावुक करने वाली चिठ्ठी भी लिख कर डाल दिया।जिसमे लिखा था में 5000 रुपये हर महीने भेजता रहूंगा कुछ महीने के लिए मेरे बच्चे को पाल लीजिए और किसी से बताइएगा नही
मेरे बच्चे को जान का खतरा है बच्चे की माँ बीमार है और वह अस्पताल में कोमा में पड़ी है। मुंशीगंज थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव का है। जहाँ पर पुलिस को एक घर के बाहर बच्चे को छोड़कर चला गया है जब घर के बाहर बैग से रोने की आवाज आने पर घर वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी। इसके अधार पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो झोले के अंदर बच्चा मिला।वही परिजनों का कहना है कि हमारे घर के बाहर एक बैग से बच्चे के रोने की आवाज आने के बाद घर के लोगों ने पुलिसको इसकी जानकारी दी थी।
मौके पर पहुंची टीम ने जब बैग खोला तो उसमें एक बच्चे के साथ कपड़े, जूते, 5 हजार रुपये और अन्य जरूरी सामान निकला। इन सब के साथ एक चिट्ठी भी मिली जो कि कथित रूप से बच्चे के पिता की ओर से लिखी गई है। जिसमे पिता ने खत में लिखा, ‘यह मेरा बेटा है, इसे मैं आपके पास छह-सात महीने के लिए छोड़ रहा हूं। हमने आपके बारे में बहुत अच्छा सुना है, इसलिए मैं अपना बच्चा आपके पास रख रहा हूं।’ चिट्ठी में आगे लिखा था, ‘मैं 5000 महीने के हिसाब से आपको पैसे भेजता रहूंगा। आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया इस बच्चे को संभाल लें। मेरी कुछ मजबूरी है और इस बच्चे की मां नहीं है। मेरी फैमिली में इसके लिए खतरा है, इसलिए 6-7 महीने तक आप इसे अपने पास रख लीजिए। सब कुछ सही करके मैं आपसे मिलकर अपने बच्चे को ले जाउंगा। आपको और पैसे की जरूरत होगी तो बता दीजिएगा। वही मौके पर पहुँची पुलिस ने बच्चे को उस शख्स को देख रेख के लिए दे दिया है, जिन्होंने फोन कर इसकी जानकारी पुलिस को दी थी।
पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है ये बच्चा किसका है और कौन इसे इस तरह से यहां पर छोड़कर गया है? साथ-साथ पुलिस बच्चे के साथ मिली चिट्ठी की सच्चाई का भी पता लगा रही है।