देहरादून-:(अर्जुन सिंह भंडारी ) कोरोना संक्रमण की पहुँच हर तरफ तेज़ी से अपनी पकड़ बना रही है,जिसमे हमारे सुरक्षाकर्मी भी अछूते नही रह गए। उत्तराखण्ड के हरिद्वार के भगवानपुर में 7 व कुमाऊं जोन के लालकुआं थाने में 29 पुलिसकर्मियों के संक्रमित मिलने से सम्पूर्ण थाने को सील किया गया है,जिसको लेकर पुलिस विभाग ने अन्य पुलिस कर्मियों को भी सुरक्षा ड्यूटी के दौरान खुद की सुरक्षा निश्चित करने को भी प्राथमिकता देने के निर्देश जारी किये है।
प्रदेश में सुरक्षाकर्मियों के कोरोना के जद में आने पर आज पुलिस महानिदेशक अपराध व कानून अशोक कुमार ने पत्रकार वार्ता में कहा कि पुलिस कर्मी के लिए कर्फ्यू से लेकर उसे अनलॉक करने के दौरान मुस्तैद रहना पड़ता है,वहीं इसके अतिरिक्त पुलिसकर्मी को कोरोना काल में भी शहर व्यवस्था पर भी नज़र बनाये रखनी है और प्रदेश भर में सभी बाहरी लोगों का जारी है जिसके लिए इन सभी में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में पुलिस कर्मी द्वारा किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के दौरान यह संक्रमण हुआ है जिसके बाद अन्य पुलिस कर्मियों को भी वह संक्रमण हुआ है। उन्होंने इस दौरान अपने सभी पुलिसकर्मियों को चेकिंग के दौरान विशेष सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए है।
वही पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रदेश में संक्रमण दर की बढ़ने पर कहा कि पहले 2 महीने सभी पुलिस कर्मी बचे हुए थे किन्तु अनलॉक फेज से उनके सुरक्षकर्मी भी इसकी जद में आ गए है जिसके चलते आज प्रदेश भर में 106 पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में है। जिसमे जहां नैनीताल में 46 पुलिस कर्मी इसकी जद में है वहीं राजधानी में अभी तक 2 पुलिस कर्मी संक्रमित मिले है।हालांकि प्रदेश के अलग अलग जिलों से कुछ पुलिसकर्मी संक्रमण से स्वस्थ होकर वापिस काम पर भी आ चुके है।वहीं उन्होंने इस दौरान प्रदेश भर में पुलिस बल द्वारा विभिन जिलों में लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिग के नियमों के उल्लंघन पर 16616 लोगों का चालान किया है,मास्क न पहनने पर 153742 व क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर 838 का चालान किया गया है।जिसमे हरिद्वार में सबसे 206 लोग सबसे ज़्यादा कानून उल्लंघन के मामले में पकड़े गए है।सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 211 व्यक्तियों पर अभियोग पंजीकरण और चालान की कार्यवाही की गयी है और कुल 4545 अभियोग पंजीकृत किये गये हैं। साथ ही पुलिस एक्ट के अन्र्तगत 1.75 करोड़, एमवी एक्ट के अन्तर्गत 6.24 करोड़, डीएम एक्ट व माहमारी विनियमावली के अन्तर्गत 1.54 करोड़ कुल 9.53 करोड़ रूपए का संयोजन शुल्क/जुर्माना वसूला गया है।