उत्तराखंड की देवभूमि अपने आप में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है, प्राकृतिक मनोरथ के साथ-साथ प्राचीन काल से देवी-देवताओं का आशीष भूमि पर रहा है।
सतयुग से लेकर कलयुग तक अनेक सिद्ध पुरुषों ने इस भूमि पर रहकर ब्रह्मतत्व की उपाधि ग्रहण की है, महाराष्ट्र की मराठा भूमि पर जन्मे नितिन शंकर नागराले जी ने, 8 सितंबर 2022 को बाबा बद्रीनाथ के दर्शन किए, कोठारी पर्वतीय विकास समिति के फाउंडर एवं सचिव सुनील दत्त कोठारी (वंश परंपरागत वैद्य एवं हर्बल टी विशेषज्ञ) ने बताया कि नितिन नागराले जी, खाद्य एवं प्रसंस्करण से जुड़ी हुई संस्था हॉस्पिटैलिटी परचेजर्स मैनेजर फोरम के फाउंडर हैं, संस्था वर्ष 2010 से लगातार महाराष्ट्र की भूमि पर, सप्लाई चैन मैनेजमेंट से जुड़े हुए व्यक्ति के द्वारा आधारभूत कार्य का निरीक्षण करते आ रहे हैं, आपकी छवि विश्व पटल पर अनेक प्रकार के कार्यों के द्वारा बनी हुई है, खासकर किसी भी संस्था में होने वाली खरीदारी के संबंध में आने वाली अड़चनों का विभिन्न प्रकार निराकरण एवं सुझाव आत्मक रवैया रखता है, आपकी यात्रा से उत्तराखंड को सबल बल प्रदान करता है, सुनील बताते हैं कि इससे पूर्व, आपके द्वारा ब्लॉक द्वारीखाल के चेलुसैन पौड़ी गढ़वाल में भी आ चुके हैं। आपका रुझान उत्तराखंड की भौगोलिक एवं आर्थिक स्थिति को समझ कर आजीविका मिशन के तहत नवीनतम प्रारूप के द्वारा उत्तराखंड को सक्षम बनाने की मुहिम में आप हमेशा सहयोग एवं बल प्रदान करते रहते हैं।
बाबा बद्रीनाथ यात्रा के दौरान आपने कई प्रकार के अनुभव प्राप्त जो अपने आप में चमत्कारिक एवं सुखद अनुभव की अनुभूति कराते हैं, इष्ट मित्र एवं परिवारिक सदस्यों के साथ आपने बाबा केदारनाथ के दर्शन प्राप्त किए। साथ ही साथ स्थानीय लोगों से बातचीत करके उत्तराखंड की भौगोलिक एवं आर्थिक स्थिति को समझने के लिए भरपूर तत्परता एवं लगन से ओतप्रोत यात्रा रही।
भविष्य में नितिन नागराले जी एवं आपकी संस्था एचपीएमएफ मुंबई, उत्तराखंड के परिपेक्ष को लेकर आजीविका मिशन के तहत कार्य करने में तत्परता दिखाएगी!