हरिद्वार

हरिद्वार महाकुंभ 2021 के सापेक्ष गायत्री परिवार के ‘आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार’ महाअभियान शुभारंभ

हरिद्वार /12दिसंबर :नए साल में 14 जनवरी को मकर संक्रांति से देव भूमि उत्तराखंड के हरिद्वार में शुरू होने जा रहे महाकुंभ में इस बार कोरोना संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जाना संभव नहीं होगा। स्थानीय प्रशासन द्वारा वहां प्रमुख व शाही स्नान की तिथियों में सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को घाटों पर प्रवेश की अनुमति मिलेगी। ऐसे में अखिल विश्व गायत्री परिवार ने एक अनुपम योजना बनाई  है। इस योजना का  शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा जी ने अपने हरिद्वार दौरे के समय हाल ही में  हरिद्वार महाकुंभ 2021 के सापेक्ष गायत्री परिवार के ‘आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार’ महाअभियान का शुभारंभ किया।  इस  अभियान की जानकारी देते हुए देव संस्कृति विश्व विद्यालय हरिद्वार के प्रति कुल पति ने कहा की २०२१ का कुंभ को भारत सहित विश्व के घर घर पहुँचाने में गायत्री परिवार कार्य करेगा। इस महा कुंभ के दरम्यान १० लाख घरों तक जहाँ माँ गंगा का पवित्र जल पहुँचाया जाएगा वही वश्विक आध्यात्मिक तीर्थ हरिद्वार की चेतना को जन जन तक पहुँचाया जाएगा।  विश्व की प्रथम संस्कृति के माता और पिता यानि गायत्री और यज्ञ को घर घर स्थापित किया जायेगा। डॉ चिन्मय पड्या ने कहा की विश्व वसुधा को पर्यावरण से मुक्त करने के उदेस्य से एक साथ सभी धर्मो को वृक्षारोपणहेतु प्रेरित किया जाएगा । उन्हों ने कहाँ की कुम्भ के साथ युग तीर्थ शांतिकुंज के ५० वर्ष हो रहे है तब युग ऋषि के चिंतन को जन आंदोलन के रूप में किया जायेगा।२७ अप्रैल तक चलने वाले इस हरिद्वार आप के द्व्रार आयोजन के माध्यम से पूज्य गुरुवर की विचार क्रांति अभियान को गतिवान बनाने की लिए परिजनों ने कमर कसली है। उन्हों ने कहा की पूज्य गुरुदेव पडित श्री राम शर्मा आचार्य जी ने आज की वैश्विक समस्या के बारे में सदियों पहले क्रांति धर्मी पुस्तकों के रूप में लिख दिया है। इन साहित्यो को प्रबुद्ध वर्गो तक दिया जाएगा।
कुम्भ के साथ हरिद्वार में स्थापित होगा एशिया का प्रथम शांति और सदभाव का केंद्र स्थापित होगा। 
 वसुदेवं कुटुंभ्कम की भावना  संकल्प साथ स्थापित शांतिकुंज के संस्थापक पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी की भावना को  गायत्री परिवार के शांतिकुंज हरिद्वार के स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके पर परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या व शैलबाला पण्ड्या के निर्देश में एशिया का प्रथम शांति और सदभाव का केंद्र स्थापित होगा इस की घोषणा करते हुए  देव संस्कृति विश्व विद्यालय हरिद्वार के प्रति कुल पति ने कहा की यह केंद्र समग्र  एशिया में शांति और सदभाव का शखनाद करेगा।  हरिद्वार आने वाले दिनों में विज्ञान और आध्यात्म का ध्रुव केंद्र बनेगा।

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