राजकीय महाविद्यालय भत्रोंजखान में माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामीजी द्वारा क्रियान्वित नशामुक्त देवभूमि अभियान को कड़ी में महाविद्यालय द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला नशा उन्मूलन एवम व्यसन मुक्त समाज विषयक कार्यशाला संपादित की गई।
माननीय प्राचार्य प्रो सीमा श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में , मुख्य शास्ता डॉ शैलेंद्र सिंह एवम नोडल अधिकारी डॉ केतकी तारा कुमैय्या ,नशा विरोधी प्रकोष्ठ समिति द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ में डॉ केतकी तारा कुमैय्या द्वारा सभी अतिथि विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए नशा विरोधी हस्ताक्षर अभियान को समर्थन देने के लिए आमंत्रित किया गया तथा प्रकोष्ठ द्वारा पूर्व में किए गए सकारात्मक सुनियोजित प्रयासों की चर्चा भी की गई जिसमे एंटी ड्रग सेल के गठन के साथ ही आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर नशा विरोधी हस्ताक्षर अभियान संपादित किया जा चुका है जिसमे भत्रोंजखान की प्रबुद्ध जनता के साथ ही पोलिस महकमे का भी सक्रिय समर्थन प्राप्त हुआ था।
तदुनक्रम डॉ शैलेंद्र सिंह द्वारा नशा उन्मूलन हेतु अंतरराष्ट्रीय,राष्ट्रीय एवम राज्य स्तरीय प्रयासों की जानकारी साझा की गई तथा कैसे युवा इस विषैले चक्र को तोड़ सकते है उस पर भी विचार रखे गए।
तत्पश्चात डॉ मुकेश कुमार गुप्ता ,चिकित्साधिकारी ,राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय , मनूली द्वारा युवाओं को मजबूत इच्छक्ति को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया जिसके लिए वे अध्यात्म के साथ साथ निरंतर अभ्यास से नशा जैसे दुर्गुणों से दूर रह सकते है।
तत्पश्चात डॉ नंद लाल शुक्ला ,चिकित्साधिकारी ,राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय हाउली द्वारा व्यसनों से जैसे क्षेत्र में प्रचलित भांग, गांजा, अफीम ,शराब इत्यादि तथा मोबाइल के अतिवादी प्रयोग से दूरी बनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इसी के साथ नशाग्रस्त युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उन्हें समाज की ओर से भावनात्मक समर्थन देने की बात पर भी बल दिया गया।
इसी क्रम में डॉ अभिलाषा गुप्ता चिकित्साधिकारी ,राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय, भिकियासैंण द्वारा हर घर ,हर दिन आयुर्वेद की जानकारी देते हुए अनुशासित एवम स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग , ध्यान के साथ साथ स्वस्थ आहार पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम में नशा विरोधी प्रकोष्ठ छात्र प्रतिनिधि शिवांश वर्मा द्वारा सुझाव स्वरूप पहाड़ी क्षेत्रों में असोज के माह में मातृशक्ति का आह्वाहन किया गया जिसमे वे खेतो में हो रहे भांग के पत्तों का दहन करे ताकि भांग के प्रचार प्रसार को सीमित किया जा सके जो की क्षेत्र में नशे का एक मूल कारण है ।
इस उपलक्ष्य पर डॉ रविन्द्र, डॉ रूपा, डॉ पूनम, कार्यालय स्टाफ से शुभम ,भूपेंद्र , रोहित , अरुण, दीवान ,गिरीश, कविता, विशाल, कोमल , भावना , शिवांश वर्मा, प्रकाश, ,गिरीश, बबिता, सुनीता, अंजली प्रियंका ,हिमांशी,गीता, मनीषा, दीपक, पूनम, किरन पाली , यशोदा, कल्पना, सरिता समेत भारी संख्या में छात्र छात्राएं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करी । कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ केतकी द्वारा किया गया।