यमकेश्वर में यहाँ पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भांग से बने पहले भवन का किया उद्घाटन,,,
यमकेश्वर-: पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देश की पहली ‘हिमालयन हैम्प इको स्टेट प्रोजेक्ट’ का उद्घाटन किया। उन्होंने फल्दाकोट मल्ला में देश के पहले भांग से निर्मित भवन का उद्घाटन किया है।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने इस दौरान कहा कि इंडस्ट्रियल हैम्प हिमालयी राज्य उत्तराखण्ड की तस्वीर, तकदीर बदल सकती है। हैम्प इको स्टे प्रोजेक्ट के माध्यम से नम्रता कंडवाल और गौरव दीक्षित ने युवाओं के सामने मिसाल कायम की है।
बता दें पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यमकेश्वर क्षेत्र के फल्दाकोट मल्ला में देश के पहले भांग से निर्मित भवन का उद्घाटन किया है। यहां पर प्रतिदिन दो क्विंटल इंडस्ट्रियल हैम्प रेशा आसानी से निकाला जा सकता है, जिससे चादर, तकिया, बैग, टॉवल, रग्स, पेपर आदि बनाये जायेंगे।
त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि यह सभी उत्पाद औषधीय गुणों से युक्त एवं हानिकारक रसायनों से पूर्णतः मुक्त होते हैं। यमकेश्वर में इसकी शुरुआत से रोजगार सृजन के साथ ही स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है, इंडस्ट्रियल हैम्प हिमालयी राज्य उत्तराखंड की तस्वीर, तकदीर बदल सकती है।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि हमें भांग की खेती और उत्पादों को योजनाबद्ध रूप से प्राथमिकता से विकसित करना चाहिए। वहीं भांग से बिल्डिंग बनाने का युवाओं का प्रयास भी सफल हुआ है।
बता दें इस भवन में चीड़ ओर तुन की लकड़ी पर भांग के बीज के तेल से पॉलिश की गई है। भवन में चादर, तकिये कवर, टॉवल, रग्स आदि भांग के रेशे से तैयार किए गए हैं।
भवन में रेनवाटर हार्वेस्टिंग भी की गई है। जबकि तीन मेगावाट क्षमता के सोलर पैनल्स से भवन अपनी बिजली स्वयं बनाएगा। वेस्ट वाटर को भी किचन गार्डन में डायवर्ट किया गया है। भवन में तड़ित चालक यंत्र भी लगा हुआ है।
इस भवन के निर्माण में कुल 30 लाख का खर्च आया। वहीं भवन निर्माण के लिए 10 लाख की मशीन त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से मुहैया कराई गई है।