जिला पंचायत सदस्य आरती गोड के दबाव में गिराया गया रिसोर्ट, आरती गोड ने कहा इस मामले में उन्हें फंसाया जा रहा है
पौड़ी (उत्तराखंड केसरी) अंकिता हत्याकांड के मद्देनजर वनान्तरा रिसोर्ट ध्वस्तीकरण के मामले में एक नया मोड़ सामने आया गया है जहां पूर्व में सबसे पहले जिला प्रशासन पौड़ी द्वारा रिसॉर्ट के ध्वस्तीकरण से साफ इनकार किया गया था जिसके बाद मंगलवार देर शाम जिलाधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि वंतरा रिसोर्ट ध्वस्तीकरण का काम तहसील प्रशासन यमकेश्वर की अनुमति के बाद किया गया था। वहीं इस मामले में यमकेश्वर पीडब्ल्यूडी के AE सत्यप्रकाश ने कहा है कि वनान्तरा रिसॉर्ट को जिला पंचायत सदस्य आरती गॉड के दबाव में आकर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा जेसीबी भेजकर तुड़वाने का काम किया गया था।।
वहीं इस पूरे मामले में जिला पंचायत सदस्य आरती गॉड का कहना है कि उन्होंने कभी भी पीडब्ल्यूडी के AE सत्य प्रकाश को वंतरा रिसॉर्ट में जेसीबी भेजने को नहीं कहा, उन्होंने कहा की AE सत्यप्रकाश न जाने किसके दबाव में आकर इस तरह के बयान दे रहे है। उन्होंने कहा कि वे AE से सवाल पूछना चाहती हैं क्या वे उनके विभाग की चीफ है या जिलाधिकारी हैं जो उनके कहने मात्र से इतने गंभीर मामले में यह कार्रवाई उनके द्वारा की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अपने जिला पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत बहुत सी सड़कों को खुलवाने के लिए उनके द्वारा कई बार AE सत्य प्रकाश से निवेदन किया गया। उस समय तो उनके द्वारा उनके निवेदन को स्वीकार नहीं किया गया। जबकि इस संवेदनशील मामले में उनके द्वारा प्रमुखता से काम करते हुए रिसोर्ट को ध्वस्त करवा दिया गया। आरती गॉड ने कहा कि सत्य प्रकाश न जाने किसके दबाव में आकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा की उनके ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोप झूठे व बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि इन आरोपों को लगाने वाले अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए। गॉड ने कहां की वे मांग करती हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके और संबंधित AE को पीडब्ल्यूडी विभाग निलंबित करे।