उत्तराखंडचमोलीजोशीमठ

जोशीमठ: स्व0 गौरा देवी से प्रेरित कल्प घाटी उर्गम की मुरकली पंवार ने किया यह मुकाम हासिल

 

सूबे के आखरी छोर पर बसे सीमांत नगर जोशीमठ की जैव विविधता से भरी कल्प घाटी उर्गम की एक महिला नें चिपकाे नेत्री स्व०गाैरा देवी की राह पर चलते हुए उर्गम घाटी का नाम रोशन किया है।

भेंटा क्षेत्र की गौरा देवी के नाम से मशहूर पर्यावरण प्रेमी महिला मुरकुली पंवार और उनकी सखियों ने मिलकर 15साल की कडी मेहनत और लगन से आज खुद के और गांव हेतु घास चारा पत्ती की व्यवस्था जुटाने के लिये वर्षाै की मेहनत से एक हरा भरा वनीकरण तैयार कर मिसाल कायम की है,आपको बता दे कि गाँव कि महिलाये पेड़ लगाने के साथ पेड़ों को बचाने का संदेश लोक गीतों के जरिये देकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे है,।
ये भी बता दें की मुरकुली देवी प्रति दिन इन जंगलो की देख भाल करती है एक दिन के लिए नही,जाे उन लाेगाे के लिये नजीर पेश हाेगी जाे महज एक दिन के लिये पर्यावरण बचाने का साेशल मीडिया पर ढिंडाेरा पीटते है,बताते चले कि वर्षाें पहले इस बंजर ताेक पर सघन पाैधराेपण कर उनकी देखभाल अपनें बच्चाें की तरह इस महिला ने की है, जाे आज यहां हरा भरा हरियाली वाला जंगल सबके काम आ रहा है।
इस जंगल में आज हरी पत्ती चारा दार पेडाें के अलावा छाया दार पेड़ है,जाे आज गांव की आबाे हवा से लेकर पर्यावरण संन्तुलन बनाये है,और गांव की हर जरूरत पूरी कर रहे है।

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