कोटद्वार: शतायु पूर्ण होने पर श्रीमती चंद्रा देवी रतुड़ी को कई संस्थाओं ने सम्मानित किया
कोटद्वार:
कोटद्वार में पूर्वसैनिक एवं अर्धसैनिक सामाजिक संस्था कोटद्वार के द्वारा श्रीमती चन्द्रा देवी रतूड़ी जी के सौ वर्ष की आयु पूर्ण होने पर संस्था के अध्यक्ष आनन्द बल्लभ घिल्डियाल और संस्था के उपाध्यक्ष प्रमोद रावत , बृजमोहन सिंह नेगी , यशवंत बिस्ट , जसवंत चौहान , राजेन्द्र प्रसाद डोबरियाल ,दिवाकर लखेड़ा , कृष्ण नेगी ,मीडिया प्रभारी राकेश मोहन थपलियाल ने श्रीमती चन्द्रा देवी रतूड़ी की दीर्घायु की कामना की।
संस्था के सभी सदस्यों ने उनके स्वस्थ रहने की कामना करते हुए उनको फूल माला और शॉल दे कर सम्मानित किया और उनके चरण स्पर्श करके सभी सदस्यों ने उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। दीर्घायु होने के लिए उन्होंने अपने परिवार में अपने पुत्र श्री जनार्दन प्रसाद रतूड़ी जी एवम अपनी पुत्र वधु श्री मति लक्ष्मी देवी रतूड़ी जी का भरपूर सहयोग और उनकी सेवा को ही अपनी इस उम्र का श्रेय दिया ।कहा की मेरी सेवा में मेरे परिवार वालो को मेरे प्रति पूर्ण सहयोग करना है।
जैसा कि यह सभी को विदित है कि श्रीमति चन्द्रा देवी रतूड़ी के पुत्र श्री जनार्धन प्रशाद रतूड़ी जी 15 गढ़वाल रेजिमेंट से सेवानिवृत्त है और वर्तमान में वार्ड नम्बर 17 मानपुर ( कोटद्वार ) के निवासी है।जैसा कि छेत्र में पूर्व सैनिक अर्धसैनिक सामाजिक संस्था कोटद्वार (रजिस्टर्ड) अनेक कार्यो में अपना महत्वपूर्ण भागीदारी निभाती आ रही है । जैसे कि इस कोरोना काल की संकट की घड़ी में बैंकों में राशन की दुकानों में कोरोना फाइटर की मुख्य सेवा प्रदान कर चुके है।संगठन अपनी प्रमुख भूमिका में अपना अग्रणीय योगदान निभाता आ रहा है।और भविष्य में भी अपनी भूमिका निभाता रहेगा। संगठन पूर्ण रूप से हर छेत्र में नेक कार्यो के लिए अपनी पहचान पहले भी बना चुका है
मलनिया गाँव पौखाल पौड़ी गढ़वाल यमकेश्वर की प्रमुख संस्था मेरा गॉव मेरी विरासत के संचालको ने भी श्रीमती चन्द्रा देवी रतुड़ी के 101 जन्म दिवस पर उनको सम्मानित किया।
वही उनके पैत्रिक गाँव मलनिया, बडोल गांव यमकेश्वर की सामाजिक संस्था मेरा गॉव मेरी विरासत के सदस्यों व मंच के सयोंजक श्री सुभाष कुकरेती व युवा जन जागृति प्रमुख श्री कुलदीप काला के द्वारा श्रीमती चंद्रा देवी रतुड़ी को माल्यापर्ण व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
101 वी साल दिवस व जनदिन पर सुभकामनाये दी गई।
श्रीमती चन्द्रा देवी रतुड़ी जी ने बड़े भाव विभोऱ होकर बताया की उनके पति स्वo केदार दत्त रतूडी़ दूसरे विश्व युद्ध में जापान में कैद कर लिये गये थे 07 साल के बाद वापस लौटने पर उन्हें जे सी ओ के पद पर भारतीय सेना द्वारा आसीन किया गया था।
इस अवसर पर मंच के सयोंजक श्री सुभाष कुकरेती ने बताया कि हमारी संस्था मेरा गांव मेरी विरासत लगातार पलायन व गाँवो को आबाद करने सबन्धित कार्यो पर कार्य कर रही है। जैसे टूटे हुए व बन्द पड़े घर बंजर पड़ी जमीन व प्रवासियों की हर तरह से मदद की गई है और कर रहे है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की देखरेख व उनका सम्मान करना एवं आशीर्वाद लेना हमारे मंच की परिकल्पना है। मंच के अध्यक्ष श्री भगवती काला ने बताया कि सितंबर 05 से गाँव मे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। जिनमे मूलभूत सुविधाएं व स्वरोजगार कैसे अपनाया जाये व पानी, बिजली, सड़क, सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देना ये प्रमुख कार्यक्रम के विषय होंगे।