डोबरा-चांठी पुल की लोड टेस्टिंग का कार्य।
टिहरी गढ़वाल:-कोलकाता से टिहरी पहुंचे कोरिया के कंसल्टेंट कंपनी के इंजीनियर जैकी किम के नेतृत्व में मंगलवार से चांठी-डोबरा पुल पर लोड टेस्टिंग का काम शुरू हो गया है। पहले दिन किम के नेतृत्व में लोनिवि, निर्माण कंपनी के इंजीनियरों ने पुल की केबिल क्लैंप, सस्पेंडर और टॉवरों का भौतिक सत्यापन करने के साथ-साथ टॉवरों के ऊपर चढ़कर हवा के दबाव को भी परखा। अगले 15 दिनों तक टीम लगातार लोड टेस्टिंग, विंड प्रेशर, एडजस्मेंट के कार्यों को देखेगी।
टिहरी बांध प्रभावित क्षेत्र प्रतापनगर और उत्तरकाशी की गाजणा पट्टी की दो लाख की आबादी के आवागमन के लिए सरकार ने चांठी-डोबरा में झील के ऊपर 2006 करीब 725 लंबा मोटरेबल सस्पेंशन पुल का निर्माण शुरू कराया। वर्तमान में मुख्य पुल का कार्य लगभग पूरा हो गया है। लेकिन पुल पर वाहनों की आवाजाही शुरू करवाने से पहले लोड टेस्टिंग का कार्य किया जाना है। पुल निर्माण में तकनीकी सहयोग दे रही कोरिया की यूसीन इंजीनियरिंग कारपोरेशन के टीम लीडर इंजीनियर जैकी किम लोड टेस्टिंग से लेकर अन्य तकनीकी को परखने के लिए सोमवार सांय को टिहरी पहुंचे थे। मंगलवार से जैकी किम के नेतृत्व में टीम ने पहले दिन पुल के सस्पेंडर, केबिल क्लैंप और टॉवरों का निरीक्षण किया। इसके बाद तकनीकी परीक्षण किया जाएगा। लोनिवि के ईई और प्रोजेक्टर मैनेजर एसएस मखलोगा ने बताया कि टीम लगातार 15 दिन तक टीम पुल तकनीकी परीक्षण कर लोड टेस्टिंग करेगी। लोड टेस्टिंग में सफल रहने के बाद ही पुल के ऊपर वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकेगी। जिससे अब उम्मीद की जा रही है कि सालों से पुल निर्माण को लेकर टकटकी लगाए प्रतापनगर क्षेत्र के लोगों की मुरादें पूरी होंगी। पुल बनने से उन्हें जिला मुख्यालय सहित ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून जाने में समय और आर्थिक की बचत होगी। इस मौके पर अधिशासी अभियंता एसएस मखलोगा, सहायक अभियंता अनिल चैधरी, अपर सहायक अभियंता प्रमोद नेगी, बृजेश अंथवाल आदि मौजूद थे