लखनऊ: विश्वभर में कुत्तों की 500 नश्ल पाई जाती है जिनमे पिटबुल एक खूंखार श्रेणी में गिना जाता है , कई देशों में इसको पालने पर पाबंदी है, इसके अनगिनत घटनाओं में अपने ही मालिको को मारने का रिकॉर्ड है विश्वभर में, फिर डॉग प्रेमी इसको पालते है, ऐसे ही मामला हमारे देश के लखनऊ शहर में घटित हुई है, जिसमे 82 वर्षीय एक सेवानिवृत्त शिक्षिका की जान उसके पालतू पिट बुल डॉग ने ले ली।
लखनऊ, कैसरबाग इलाके में घटना के समय महिला घर में अकेली थी और बाद में उसका बेटा जब घर पहुंचा तो मां को खून से लथपथ पाया। इसके बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस के मुताबिक मृतका अपने 25 वर्षीय बेटे जिम ट्रेनर के साथ रहती थी। उनके पास दो पालतू कुत्ते हैं – एक पिट बुल और एक लैब्राडॉग। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कुत्ते के भौंकने और सावित्री के चिल्लाने की आवाज सुनी। उन्होंने कहा, “जब हमने महिला को मदद के लिए चिल्लाते हुए सुना, तो हम उनके दरवाजे पर पहुंचे, लेकिन वह अंदर से बंद था और चाची खून से लथपथ पड़ी थीं। हमने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वह बंद था। हमने तुरंत उसके बेटे को सूचित किया।” वरिष्ठ डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की, लेकिन अत्यधिक खून की कमी के कारण महिला को नहीं बचा सके। देर शाम शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया. घटना से इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने कहा कि दोनों कुत्ते पिछले तीन साल से परिवार के साथ हैं, लेकिन उन्हें कभी इस तरह से नहीं देखा। अभी यह पता नहीं चला है कि पालतू कुत्ते जानलेवा कैसे बन गए।