सरकार द्वारा जिला पंचायत अध्यक्षों के बाद प्रमुखों को प्रशासक बनाए जाने से अधिकांश पंचायत प्रतिनिधि सरकार से नाराज है।
यमकेश्वर : यमकेश्वर विकास खंड के निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने बताया की त्रिस्तरीय पंचायत में ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा जिला पंचायत सदस्यों की संख्या सर्वाधिक है।
सरकार ने संख्या बल की उपेक्षा की है। सरकार द्वारा केवल जिला पंचायत अध्यक्ष, क्षेत्र प्रमुखों को प्रशासक बनाकर अन्य पंचायत प्रतिनिधियों का अपमान किया गया है पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने आशंका ब्यक्त करते हुये बताया कि सरकार की इस निति से प्रशासक निरंकुश हो जायेंगे व क्षेत्र पंचायत व ज़िला पंचायतों की अनुपस्थिति में सरकार द्वारा नियुक्त प्रशासक सरकारी योजनाओं का ब्लाक व जिले मे दुरुपयोग कर आगामी पंचायत चुनावों में अपने वोट बैंक को साधने व अपने लोगों को लाभ पहुँचाने में करेंगे साथ ही सुदेश भट्ट ने
कहा कि तत्कालीन उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2001 में प्रशासनिक समिति के माध्यम से ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा जिला पंचायत सदस्यों को भी प्रशासनिक समिति का सदस्य मानते हुए कार्य करने का अवसर दिया गया था।ईस बार सरकार ने ऐसा न कर पंचायत एक्ट का उल्लंघन किया है साथ ही सुदेश भट्ट ने बताया यदि सरकार जल्द ही कोई ठोस निर्णय नहीं लेती तो अनदेखी का शिकार हुये जन प्रतिनिधि सरकार के ईस तुगलकी फरमान को लेकर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने के लिये बाध्य होंगे । निवर्तमान ज़िला पंचायत सदस्य बिनोद डबराल ने कहा कि सरकार द्वारा ज़िला पंचायत व क्षेत्र पंचायतों को अंधेरे में रख प्रशासक नियुक्त कर बाकि जन प्रतिनिधियों के साथ सौतेला ब्यवहार किया गया जिसका खामियाजा आने वाले निकाय व पंचायत चुनावों में स्पष्ट नज़र आयेगा व अनदेखी का शिकार हुये प्रदेश भर के क्षेत्र पंचायत व ज़िला पंचायत सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे
यमकेश्वर विकास खंड के क्षेत्र पंचायत नांद विकास चौहान , क्षेत्र पंचायत सिरासू मनोज राणा , क्षेत्र पंचायत गंगा भोगपुर विमल नेगी , क्षेत्र पंचायत रामजीवाला संतोषी देवी , क्षेत्र पंचायत सार कुसुम नेगी , क्षेत्र पंचायत बंचुरी कविता बमराडा, क्षेत्र पंचायत कोठार गीता पयाल , क्षेत्र पंचायत गैंड मनमोहन , क्षेत्र पंचायत उमरोली सुलोचना देवी , क्षेत्र पंचायत जयरी मल्ली अमिता देवी , क्षेत्र पंचायत जुलेडी हरदीप कैंतुरा , क्षेत्र पंचायत बुकंडी मीनाक्षी धमांदा , क्षेत्र पंचायत देवराना निशा देवरानी सहित समस्त क्षेत्र पंचायतों ने सरकार से माँग करी की अन्य जन प्रतिनिधियों की तरह उन्हें भी यथावत अधिकार प्रदान किये जायें ताकी वो अपने क्षेत्र के अधुरे पडे कार्यों को पुरा कर सके