नरेंद्र नगर: वन गुर्जर समुदाय ने की अहम बैठक, जानिए समाज के बारे में।
नरेंद्र नगर : आज कुशरेला गुर्जर बस्ती शिवपुरी रेंज नरेंद्र नगर विधानसभा के अंतर्गत वनगुर्जर समुदाय की एक बैठक आयोजित की गई, बैठक में वन गुर्जरो ने उत्तराखंड देवभूमि गढ़वाल के लोगों के इतिहास को देखते हुऎ गुर्जर समुदाय ने अपनी संस्कृति की पहचान और रीति रीवाज को लेकर बैठक में चर्चाएं की।
वन गुर्जर समुदाय और देसी मुसलमानो में विभिन्न समानताएं है, दोनों एक दूसरे बहुत अलग है। वन गुर्जर समाज ने सदैव देश की भक्ति के रूप में इतिहास में बड़ी भूमिका निभाई है। मुख्य तौर पर श्रीमान रितुराज जी, प्रांत धर्मजागरण प्रमुख श्रीमान अमित जी विभाग संगठन मंत्री, विश्व हिंदू परिषद श्रीमान नरेश उनियाल जी बजरंग दल विभाग संयोजक श्री केदार सिंह रावत जी सह खंड कार्यवाह , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विकास चौधरी जी , समाजसेवी श्रीमन अमीर हमज़ा वन गुर्जर युवा संगठन संस्थापक मोहम्मद रफी गुर्जर
यामिन गुर्जर अली शेर गुर्जर लियाकत अली गुर्जर गुलाम रसूल गुर्जर इमदाद आली गुर्जर बड़ी संख्या में गुर्जर समाज उपस्थित रहा ।
एक नजर गुर्जर समाज के बारे में
वन गुर्जर, उत्तराखंड के शिवालिक पहाड़ियों में रहने वाला एक अर्ध-खानाबदोश समुदाय है. ये लोग हिमालय के ऊपर और नीचे मौसमी प्रवास करते हैं. वे भैंस पालते हैं और दूध बेचकर अपनी आजीविका चलाते हैं.
वन गुर्जरों का इतिहास:
वन गुर्जर, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिमालय में रहते हैं.
ये लोग परंपरागत रूप से भैंस पालते हैं.
सर्दियों में ये लोग हिमालय की तलहटी में शिवालिक पहाड़ियों की ओर चले जाते हैं.
गर्मियों में ये लोग हिमालय के ऊपर अल्पाइन चरागाहों की ओर चले जाते हैं.
वन गुर्जरों के पास हिंदू गोत्रों के समान अपने स्वयं के कबीले हैं.
ये लोग इस्लाम का पालन करते हैं.
वन गुर्जरों का वन अधिकारियों से टकराव रहा है.
वन अधिकारियों ने आरक्षित पार्कों के अंदर मानव और पशुधन आबादी को प्रतिबंधित कर दिया है.
भारत के वन अधिकार अधिनियम 2006 ने “पारंपरिक वनवासियों” को उन भूमियों पर अधिकार प्रदान किए.
मो रफी डिंडा गुर्जर
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष गुर्जर महासभा उत्तराखंड