*कोरोना की दूसरी लहर आते ही नेबुलाइजर और ऑक्सीमीटर की बिक्री हुई दोगुनी* *(अर्जुन सिंह भंडारी)*
देहरादून;:कोरोना महामारी की दूसरे लहर के बीच देश भर में जहाँ आंकड़े हर दिन रिकॉर्ड तोड़ रहे है वही हॉस्पिटल में बेड की कमी से हर कोई बेहाल है। इससे निपटने के लिए डॉक्सटर्स द्वारा कोविड मरीजों को होम आइसोलेशन में रह कर घर पर ही इलाज करने की सलाह दी जा रही है।लेकिन जैसे-जैसे राजधानी देहरादून में कोरोना मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है उसी अनुपात में राजधानी के सरकारी से निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ती ज रही है। नतीजन डॉक्टरों द्वारा कुछ हद तक ठीक व बिन लक्षण वाले मरीजो को घर पर ही रह कर कोरोना का इलाज करने की सलाह दी रही है।
जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच अचानक उपकरणों की मांग बढ़ गई है नतीजा ये है की मेडिकोज की दुकान में तो नेबुलाइजर और ऑक्सिमीटर खरीदने वालों की बाढ़ सी आ गई।
कोरोना होने पर मरीज की मॉनिटरिंग बहुत जरूरी है। होम आइसोलशन में रहने वाले मरीजों द्वारा अस्पतालों द्वारा मनाही के बाद स्वयं से जी मेडिकल स्टोर जाकर मेडिकल उपकरण खरीद घर पर रखे जा रहे है जिससे मरीज स्वयं ही घर पर अपनी जांच कर बीमारी की गंभीरता जांच रहे है।
ऑक्सिमीटर का इस्तेमाल-
इनसे यह पता चल जाता है कि कब मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए, अगर होम आइसोलेशन में रह कर भी कोरोना मरीज ठीक हो रहे है तो इसका कारण सुरक्षा कवच पल्स ऑक्सिमीटर और अच्छा खान पान है।
इस मीटर के जरिए मरीज अपने ऑक्सीजन लेवल पर नजर बनाएं रखते हैं। जैसे ही वो गिरता है तो डॉक्टर को संपर्क करके उन्हें हॉस्पिटल भेजा जाता है।
नेबुलाइजर का इस्तेमाल-
वही अगर बात करे नेबुलाइजर की तो होम आइसोलेशन में रहकर फेफड़ो में कफ को कम करने में नेबुलाइजर काफी फायदेमंद है नेबुलाइजर के जरिए सीधे फेफड़ों में प्रवेश कर इंटरफेरॉन बीटा प्रोटीन हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है।