हिंदी के मशहूर साहित्यकार डॉक्टर नरेंद्र कोहली
शनिवार शाम को दुनिया को अलविदा कह गए।
कोरोना वायरस से संक्रमित थे
covid-19: कोरोना जानलेवा बनता जा रहा है। उसके संक्रमण की चपेट में आकर लगातार लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। साहित्य जगत के लिए भी एक बुरी खबर सामने आ रही है। हिंदी के मशहूर साहित्यकार डॉक्टर नरेंद्र कोहली शनिवार शाम को दुनिया को अलविदा कह गए। वह पिछले कुछ समय से कोरोना वायरस से संक्रमित के कारण दिल्ली के सेंट स्टीफंस अस्पताल में भर्ती थे।
81 साल के डॉक्टर नरेंद्र कोहली की हालत शनिवार शाम को बिगड़ने लगी और शाम 6 बजकर 40 मिनट पर उनकी मौत हो गई। नरेंद्र कोहली की मौत के बाद से ही सोशल मीडिया पर साहित्य प्रेमी अपना दुख प्रकट कर रहे हैं।
उनके इस तरह दुनिया से चले जाने के बाद से ही साहित्यप्रेमियों में शोक की लहर है।
नरेंद्र कोहली के निधन पर गीतकार, कवि और लेखक प्रसून जोशी ने ट्वीट कर कहा कि आदरणीय पिता तुल्य श्री नरेंद्र कोहली जी के निधन का समाचार अत्यन्त दुःखद है वे एक उत्कृष्ट साहित्यकार ही नहीं एक अनुकरणीय व्यक्तित्व भी थे, मेरा सौभाग्य था कि मैं उनके साथ कुछ समय बिता पाया, सीबीएफसी बोर्ड के लिए भी ये एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।https://twitter.com/prasoonjoshi_/status/1383443559135596544?s=19
कुमार विश्वास ने जताया शोक
इसके अलावा कुमार विश्वास ने डॉक्टर नरेंद्र कोहली के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट कर कहा कि रामकथा अभ्युदय सरीखे ग्रंथ से जन-मन में स्थान सुनिश्चित कर लेने वाले, मेरे प्रति अगाध स्नेह व आशीष रखने वाले वरिष्ठ साहित्यकार पद्मभूषण श्री नरेन्द्र कोहली जी कोरोना के कारण अपने आराध्य राघवेंद्र के साकेतघाम प्रस्थान कर गए। अभी तो श्रीराम जन्मभूमि के द्वार पर आपसे सत्संग हुआ था।
https://twitter.com/DrKumarVishwas/status/1383439119372546048?s=19