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अब देश के सभी इमरजेंसी नम्बर एक ही नम्बर पर करे डायल, (112) कैसे और किस सिचुएशन में करना चाहिए इसका इस्तेमाल?

By: U.S.KUKRETI Date: April 17, 2023

अगर आप किसी इमरजेंसी सिचुएशन में फंस जाए, कोई ऐसी सिचुएशन आपके सामने आकर खड़ी हो जाएं, जहां आपको तुरंत हेल्प की जरूरत हो, तो आप सबसे पहले कौन-सा नंबर डायल करेंगे? वैसे तो इमरजेंसी सिचुएशन के लिए कई नंबर हैं। जैसे हमें पुलिस से मदद चाहिए होती है, तो 100 नंबर पर कॉल करते हैं। फायर ब्रिगेड बुलाने के लिए 101 नंबर होता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि एक ऐसा भी इमरजेंसी नंबर है, जिसका इस्तेमाल किसी भी तरह की इमरजेंसी सिचुएशन में किया जा सकता है।  जी हां, हम बात कर रहे हैं 112 इमरजेंसी नंबर के बारे में। ये नंबर हर तरह की इमरजेंसी सिएचुशन में मदद करता है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में 112 नंबर से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं, जो हर किसी को पता होना बेहद जरूरी है।  कैसे काम करता है ये इमरजेंसी नंबर? 112 इमरजेंसी नंबर अमेरिका के 911 की ही तरह शुरू किया गया। ये एक नेशनल इमरजेंसी नंबर है। इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम (ERSS) के तहत इस नंबर को शुरू किया गया। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि देश में पुलिस से मदद के लिए 100 नंबर, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 108, फायर ब्रिगेड से जुड़ी सेवाओं के लिए 101, महिला हेल्पलाइन के लिए 1091 और 181 और चाइल्ड हेल्पलाइन के लिए 1098 नंबर मौजूद हैं। इन सभी को ही 112 नंबर के तहत लाया गया। यानी आप 112 डायल नंबर कर किसी भी तरह की इमरजेंसी में मदद ले सकते हैं। ‘112 India’ ऐप भी लॉन्च किया जा चुका है, जिसे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर आप रजिस्टर कर सकते हैं।  इमरजेंसी सिचुएशन में फंसने पर कोई भी शख्स 112 नंबर डायल कर मदद ले सकता है। या फिर अगर कोई बहुत बड़ी इमरजेंसी है तो फोन का पावर बटन तीन बार प्रेस करने पर भी 112 नंबर डायल हो जाता है। फीचर फोन में 5 या फिर 9 बटन को थोड़ी देर तक दबाया जाए तो नंबर डायल हो जाता है।  112 नंबर ही क्यों? 112 नंबर दरअसल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का इमरजेंसी नंबर बन सकता है। सभी GSM स्टैंडर्ड और GSM आधारित फोन में लॉक मोड पर भी ये नंबर डाल किया गया जा सकता है। कई यूरोपी देशों में भी ये नंबर काम करता है और इसे इमरजेंसी नंबर बनाया गया।  112 नंबर, साल 2012 में हुए दिल्ली निर्भया गैंगरेप कांड से भी जुड़ा है। उस घटना के बाद ही देश में ERSS सिस्टम शुरू करने का फैसला किया गया। अपनी वेबसाइट पर गृह मंत्रालय ने बताया कि ERSS दिसंबर 2012 में हुई निर्भया की दुखद घटना के संदर्भ में जस्टिस वर्मा कमेटी की कई सिफारिशों में से एक है। किन सिचुएशन में कर सकते हैं आप 112 पर कॉल – आपके साथ छेड़खानी हो। कोई मनचला आपको छेड़े, तो आप 112 को कॉल कर सकते हैं।   – आग लगने की स्थिति और तुंरत फायर ब्रिगेड को बुलाने के लिए भी 112 नंबर पर कॉल किया जा सकता है।  – घर के अंदर या बाहर आपकी जान को खतरा लग रहा हो, तो आप तुरंत 112 नम्बर पर कॉल कर सकते हैं । – कोई एक्सीडेंट हो जाएं और किसी को चोट लग जाए तो ऐसी सिचुएशन में भी इमरसेंजी सर्विस पर किया जा सकता है। – दो लोगों के बीच लड़ाई  शांत नहीं होने का नाम नही ले रही, तो आप तुरंत 112 नम्बर पर कॉल कर सकते हैं।  –  इसके सिवा अगर कोई और क्राइम हो रहा है तो आप तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।  मस्ती-मजाक में कॉल करना पड़ेगा भारी कई लोग मस्ती-मजाक में कई बार इमरजेंसी नंबर पर कॉल कर देते हैं। ऐसा बिलकुल भी ना करें। मजाक में 112 नंबर पर कॉल करना आपको भारी पड़ सकता है। बेवजह बार-बार कॉल करने पर जुर्माना भी कर सकता है। इसके लिए पुलिस इमरजेंसी कॉल सेंटर से डेटा लेकर कॉलर को आसानी से ट्रैक कर सकती है।.

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