ऋषिकेश पुलिस की कोशिश से परिजनो से मिली वृद्ध महिला
ऋषीकेश:-(अर्जुन सिंह भंडारी ) 21जुलाई 2020 को क्षेत्र में गश्त के दौरान चीता पर नियुक्त महिला पुलिसकर्मियों को सूचना प्राप्त हुई कि नटराज चौक के पास एक बुजुर्ग महिला लावारिस हालत में घूम रही है।
जिसको चीता पुलिस कर्मी द्वारा तत्काल कोतवाली ऋषिकेश में लाया गया। जहां पर उनके परिजनों के विषय में पूछताछ की गई तो नहीं बता पाई। वायरलैस के माध्यम से समस्त थानों को सूचित किया गया।
आज दिनांक 22 जुलाई 2020 को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा उक्त बुजुर्ग महिला की जानकारी उच्च अधिकारी गणों को दी गई।
*जिसपर पुलिस उप- महानिरीक्षक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून के द्वारा उपरोक्त महिला के परिजनों को ढूंढने हेतु सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार करने हेतु बताया गया।
उच्च अधिकारीयो से प्राप्त आदेश के अनुपालन पर पुलिस अधीक्षक देहात व क्षेत्र अधिकारी ऋषिकेश के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा अपनी सोशल मीडिया पर फेसबुक एवं व्हाट्सएप के माध्यम से उपरोक्त बुजुर्ग महिला के परिजनों को ढूंढने हेतु प्रचार प्रसार किया गया।
सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार करने से कुछ ही समय पर उक्त पोस्ट 250 से अधिक लोगों द्वारा शेयर की गई। जिससे लगभग मात्र 4(चार) घंटे पश्चात उपरोक्त बुजुर्ग महिला के परिजनों द्वारा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश महोदय से संपर्क कर बताया गया कि उपरोक्त बुजुर्ग महिला घर से बिना बताए चली गई थी। जिसको हम लोगों द्वारा सभी जगह ढूंढा गया था, एवं आज थाना रायपुर में इनकी गुमशुदगी की सूचना दी गई थी। मगर आपके द्वारा सोशल मीडिया पर दिए गए पोस्ट के माध्यम से हमें इनके कोतवाली ऋषिकेश में होने की सूचना प्राप्त हुई जिस पर हमने आपसे संपर्क किया है।*
पूछने पर बताया गया कि उपरोक्त बुजुर्ग महिला बहुत समय से अपने ग्राम सार, पोस्ट बन्चुरी,विकासखंड यम्केश्वर, जिला पौड़ी गढ़वाल में निवास करती थी। जिन्हें कुछ समय पूर्व इनके पुत्र जयपाल सिंह द्वारा अपने निवास स्थान वाणी विहार रायपुर जनपद देहरादून में लाया गया था। परंतु यहां पर मन ना लगने के कारण लगातार गांव जाने हेतु परेशान थी। शायद इसी वजह से कल बिना बताए घर से निकल गई।
अतः आज कोतवाली ऋषिकेश में उपरोक्त बुजुर्ग महिला शाकुंभरी देवी उम्र 87 वर्ष पत्नी स्वर्गीय बचन सिंह नेगी ग्राम सार, पोस्ट बन्चुरी,विकासखंड यम्केश्वर, जिला पौड़ी गढ़वाल को उनके पौत्र सुमित नेगी एवं दामाद अतुल भटियानी के सपूर्द किया गया है।*