*बागेश्वर बाबा को चुनौती देने वाले ही भाग खड़े हुए*
– नागपुर की अंधश्रृद्धा उन्मूलन संस्था ने बुंदेलखंड छत्तरपुर में स्थित बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी पर मीडिया के माध्यम से ये आरोप लगाया है कि वो अपने दरबार के माध्यम से अंधविश्वास फैला रहे हैं और किसी भी शख्स के बारे में बिना परिचय के किए जा रहे उनके सजीव वर्णन दरअसल धोखेबाजी है । इस अंधश्रृद्धा उन्मूलन समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने कोर्ट में जाकर कोई याचिका नहीं लगायी और ना ही कोई केस ही दर्ज करवाया । सिर्फ एक पत्र लिखकर मीडिया में जारी कर दिया और बागेश्वर धाम को बदनाम करने की कोशिश शुरू कर दी ।
-आम तौर पर राम कथाएँ 9 दिन की होती हैं लेकिन विशेष परिस्थितियों में दिन कम भी कर दिए जाते हैं । 4 जनवरी को बागेश्वर धाम के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर ये पोस्ट की गई थी कि धीरेंद्र शास्त्री जी की श्री राम चरित्र चर्चा 5 से 11 जनवरी तक होगी । यानी पहले ही कथा 7 दिन की थी लेकिन जिहादी और कम्युनिस्ट धूर्तों ने ये दावा करना शुरू कर दिया कि कथा तो 9 दिन की थी लेकिन चुनौती की वजह से बागेश्वर बाबा 2 दिन पहले ही नागपुर से कथा छोड़कर भाग गए । कई जिहादियों ने आपत्तिजनक टिप्पणियाँ करते हुए उनको भागेश्वर बाबा कहना शुरू कर दिया । सवाल ये है कि आखिर जिहादी कम्युनिस्ट और पादरी बाबा के खिलाफ झूठा प्रोपागेंडा क्यों खड़ा कर रहे हैं ।
-इसलिए क्योंकि बाबा बागेश्वर सोए हुए हिंदुओं को जगाने के काम में लगे हुए हैं । आचार्य धीरेंद्र जी ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 2 महीने पहले एक सभा की थी जिसमें 4 लाख हिंदुओं को उन्होंने धर्मपरिवर्तन के खिलाफ लड़ने की शपथ दिलाई थी । 25 दिसंबर को जब पूरी दुनिया क्रिसमस मना रही थी तब बाबा बागेश्वर ने दमोह में 150 से ज्यादा हिंदू परिवारों की घरवापसी करवाई थी जिनको धोखे से ईसाई बनाया गया था । इस घटना से क्रिश्चियन्स मिशिनिरीज को काफी झटका लगा ।
-इसके अलावा पठान मूवी और लव जिहाद के बहिष्कार के लिए आचार्य धीरेंद्र शास्त्री जी के आह्वान से भी कराची से दुबई तक जिहादियों को जबरदस्त मिर्ची लग गई यही वजह है कि जिहादी और पादरी यानी फादर और चादर मिलकर आचार्य जी के खिलाफ झूठ फैलाने में लग गए हैं ।
-विवाद बढ़ने पर स्वयं धीरेंद्र शास्त्री जी ने नागपुर वाले अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के अध्यक्ष श्याम मानव जी को ये प्रस्ताव दिया है कि आप रायपुर आ जाओ यहाँ कथा चल रही है दरबार लगा है आप स्वयं आकर चमत्कार देख लो । और धीरेंद्र शास्त्री जी ने ये भी कहा है कि वो टिकट का खर्चा भी उनको देंगे । लेकिन इसके बावजूद श्याम मनोज ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की बजाय भागना ज़्यादा पसंद किया है ।
-हिंदू समाज पूरी तरह बागेश्वर धाम के साथ खड़ा है और जो लोग भी बागेश्वर को भागेश्वर कह रहे हैं वो सावधान हो जायें क्योंकि उनके खिलाफ आस्था को ठेस पहुँचाने का मामला दर्ज हो सकता है ।
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