राष्ट्रीय

महाकाल की नगरी उज्जैन में जहरीली शराब का तांडव। 15 मिनट में 11 की मौत, गिरी पुलिस पर गाज।

उज्जैन( एमपी) धार्मिक नगरी मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां जहरीली शराब पीने ने 11 लोगों की मौत हो गयी हैं। इस हादसे से हडकंप मच गया है। वही उज्जैन के एसपी ने पुष्टि की है कि सभी मृतकों के शरीर में जहरीली जिंजर पाई गई है। इस घटना के बाद खारा कुआं थाना प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मियों निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे जिले में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की गई जिसमे अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

CM शिवराज सिंह ने दिए निर्देश

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को इस घटना की एसआईटी द्वारा जांच के निर्देश दिए हैं। शिवराज सिंह का कहना है कि यह न सिर्फ उज्जैन बल्कि पूरे प्रदेश में इस तरह के मामलों पर नजर रखी जाए। जहां कहीं भी ऐसे मिलावटी और जहरीले पदार्थों का विक्रय होने की आशंका हो, सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।

कमलनाथ ने बीजेपी पर बोला हमला

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी इस इस घटना को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि प्रदेश के कई जिलों से शराब माफ़िया व अवैध शराब के कारोबार की निरंतर शिकायतें मिल रही हैं। उनका मानना है की जबतक कांग्रेस सरकार थी तब तक उन्होंने माफियाओं को कुचला था वही भाजपा सरकार इन्हें संरक्षित कर रही है।

पुलिस ने कही ये बात

पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी ने बताया कि बुधवार से गुरुवार तक उज्जैन के तीन थाना इलाकों -खाराकुआ थाना, जीवजीगंज थाना एवं महाकाल थाना- में किसी प्रकार के विषैले पदार्थ के पीने से 11 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि जिनकी मौत हुई है ये सभी या तो भिखारी हैं या गरीब मजदूर हैं। उन्होंने कहा कि अब ये प्रदार्थ क्या है और ये किसके द्वारा बेचा गया, इसकी जांच की जा रही है।उन्होंने आगे बताया की इस मामले में उन्हें द्वारा सघन छापेमारी की जा रही है और अभी तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें मुख्य रुप से जिंजर बनाने वाले सिकंदर, गबरू और यूनुस शामिल हैं।

विसरा जांच के लिए भेजा

वही 11 लोगों की मौत पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) महावीर खंडेलवाल ने बताया कि ये लोग इतनी बुरी स्थिति में अस्पताल लाए गये थे कि इनमें से कोई भी 15 मिनट से ज्यादा जीवित नहीं रह पाया। उन्होंने कहा कि यह जहरीली शराब, स्प्रिट या कोई भी अन्य केमिकल भी हो सकता है, जो विसरा जांच में पता चलेगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी करके कहा कि हो सकता है ‘डिनेचर्ड स्प्रिट’ पीने से इनकी मृत्यु हुई है। उन्होंने आगे कहा कि शवों के पोस्टमॉर्टम के बाद विसरा जांच हेतु सागर प्रयोगशाला में आज ही भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा कि इनकी मौत कैसे हुई है।

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