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पिथौरागढ़ : मुनस्यारी में बादल फटने से हुई भारी जनहानि, 03 की मौत, 07 लापता

पिथौरागढ़ : कुछ वर्षों से बादल फटने की खबरे अक्सर पहाड़ो से आती जा रही है। क्या यह प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का नतीजा हो सकता है। इसी तरह की खबर कुमाऊँ जिले से आ रही है।  पिथौरागढ़ जिले में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार के बाद रविवार को भी लगातार दूसरे दिन जिले के मुनस्यारी और अन्य इलाकों में भारी बारिश और बादल फटने से भारी तबाही हुई है। गैला गांव में मकान जमींदोज होने से तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि पांच घायल हैं। टांगा गांव में भूस्खलन के दौरान पहाड़ी से निकले मलबे के साथ तीन मकान भी बह गए।

सात लोगों के लापता होने की पुष्टि की गई है। एक दर्जन से अधिक गावों में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। खतरे की जद में आए परिवारों को शिफ्ट किया जा रहा है। मुनस्यारी को जाने वाली सड़कें बंद हैं। मुनस्यारी और बंगापानी क्षेत्र में शनिवार रात को भी भारी बारिश ने जमकर कहर बरपाया था। गोरी नदी का जलस्तर बढ़ने से छोरीबगड़ गांव के पांच मकान बह गए थे। मुनस्यारी के धापा गांव में भूस्खलन के दौरान अपनी मां के साथ सुरक्षित स्थान की ओर जा रहा पांच साल का बच्चा भी बह गया था। जिसे कुच्छ आगे जाकर ग्रामीणों नें बचा लिया।

टनकपुर-तवाघाट सड़क दोबाट में भारी मलबा और बोल्डर गिरने से बंद हो गई है। तवाघाट-घट्टाबगड़-लिपुलेख सड़क पर भी कई स्थानों पर मलबा आया है। चीन सीमा को जोड़ने वाले इस सड़क के बंद होने से पूजा के लिए जा रहे व्यास घाटी के सात गांवों के लोगों के साथ ही सुरक्षा बलों को भी दिक्कत हो रही है। भूस्खलन से पेयजल योजनाएं भी बह गईं हैं। कुछ स्थानों पर पैदल पुल और रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मूसलाधार बारिश से मुनस्यारी में एसडीएम कार्यालय परिसर से निकले बरसाती नाले से सड़क रोखड़ में बदल गई है।

35 से अधिक दुकानों में मलबा घुसने से दुकान में रखा सारा सामान खराब हो गया है। अतिवृष्टि से मुनस्यारी के बलौटा गांव में कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है। धारचूला में जौलजीबी में गोरी और महाकाली नदी का जल स्तर बढ़ने से संगम से लेकर दांतु खेड़ा के नदी किनारे रहने वाले पांच परिवारों के लोग सहम गए। इन परिवारों ने पूरी रात जागकर बिताई।

बुंगबुंग में भी बारिश से नुकसान हुआ है। मुनस्यारी और बंगापानी तहसीलों में आपदा को देखते डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बंगापानी पहुंचकर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को दो टीमों का गठन कर क्षति का आकलन कर आज रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। बागेश्वर में जिले की पांच सड़कों में मलबा गिरने से यातायात बाधित है। सड़कों के बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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