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पैगंबर विवाद: अब नूपुर शर्मा का विरोध कर रहे लोगों को क्यों देश से निकालेगा कुवैत?

*कुवैत भारतीय मुसलमानों से छीनेगा नौकरी और करेगा देश से बाहर. नूपुर के खिलाफ जिन्होंने वहां रैली की उनपर गिरी गाज, कुवैत का दो टूक, नौकरी करने आये थे या रैलियां*

भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ 10 जून को कुवैत के फहाहील इलाके में प्रदर्शन करने वाले भारतीयों समेत सभी अप्रवासी एशियाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फैसला लिया गया है।
इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब उनके देश डिपोर्ट किया जाएगा, फहाहील इलाके में जमा होकर ये लोग जब प्रदर्शन कर रहे थे, तभी भारी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गया, इन सभी को ट्रकों में भरकर ले जाया गया. वहां के  कानून के उल्लंघन के आरोप में इन सभी प्रवासियों के वीजा रद्द कर दिए गए और निर्वासन केंद्र भेजा गया है. अब इन सभी प्रवासियों को वापस भेजा जाएगा. फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इन लोगों को प्रदर्शन के लिए किसने उकसाया था।

*दोबारा कभी नहीं जा पाएंगे कुवैत*
निर्वासन केंद्र भेजे गए भारतीयों समेत सभी एशियाइयों के नाम अब कुवैत में प्रतिबंधित लोगों की सूची में शामिल हो जाएंगे, ये कभी दोबारा कुवैत में प्रवेश नहीं कर सकेंगे. सूत्रों के मुताबिक, अरब देशों में धरने-प्रदर्शन के आयोजन पर प्रतिबंध लागू है, किसी भी तरह के प्रदर्शन को नियमों और कानूनों का उल्लंघन माना जाता है और इसमें शामिल लोगों को उनके देश भेज दिया जाता है।

एक बयान में कुवैत सरकार ने कहा, यहां रहने वाले सभी लोगों को देश के कानूनों का पालन करना होगा, किसी भी तरह के धरने-प्रदर्शन से दूर रहना जरूरी है. कुवैत में प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों में भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमान थे, रिपोर्ट के अनुसार पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर निर्वासन केंद्र भेजेगी, वहां से उन्हें उनके देशों में भेज दिया जाएगा. उनका वीजा भी रद कर दिया जाएगा।
*प्रदर्शन करने वालों में भारत, पाक, बांग्लादेश के प्रवासी*
अल राय की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने और उन्हें उनके देशों में वापस भेजने की प्रक्रिया में जुटी है. साथ ही कुवैत में उनके फिर से प्रवेश करने पर स्थायी प्रतिबंध भी लगा दिया जाएगा. अधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कुवैत में सभी प्रवासियों को यहां के कानूनों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी प्रकार के प्रदर्शनों में भाग नहीं लेना चाहिए. उधर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे नंदकुमार ने ट्वीट कर कहा कि प्रदर्शन करने वाले भारतीयों को भारत भेजा जाएगा।
कुवैत ने नूपुर के बयान पर भारत से दर्ज कराया था व‍िरोध
इससे पहले नूपुर शर्मा के बयान पर खाड़ी देशों में जोरदार विरोध हुआ था। इसके बाद कुवैत ने भारतीय राजदूत को तलब किया था और इस नूपुर शर्मा की टिप्‍पणी का विरोध किया था। भारत सरकार ने नूपुर के बयानों को खारिज कर दिया था और बताया कि जिन लोगों ने ये टिप्‍पणी की थी, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है। भारत ने यह भी कहा कि कुछ लोग भारत-कुवैत संबंधों में दरार डालना चाहते हैं, इसी वजह से लोगों को भड़का रहे हैं। भारतीय राजदूत ने कहा कि बीजेपी के निलंबित प्रवक्‍ताओं का बयान भारत सरकार की राय नहीं है।

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