कोटद्वार : चार वर्ष पूर्व कोटद्वार नजीबाबाद के बीच पुल टूटने के कारण उक्त सेवा अस्थाई रूप से बंद कर दी गई थी। अब जबकि 01 वर्ष से अधिक समय पुल बने हो गये हैं तथा गढ़वाल एक्सप्रेस एवं पैसेंजर गाड़ियां निरन्तर जारी हैं, लेकिन उक्त दोनों गाडियों का संचालन कोटद्वार से बंद है।
उपरोक्त विषय की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए सादर अवगत करना है कि गढ़वाल का मुख्य द्वार कोटद्वार सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है। पूर्व में मसूरी एक्सप्रेस (जो देहरादून से दिल्ली के बीच चलती है) तथा हावडा एक्सप्रेस (जो देहरादून से कोलकाता होते हुए हावडा जाती है) के चार डिब्बे कोटद्वार से लगते थे, किन्तु चार वर्ष पूर्व कोटद्वार नजीबाबाद के बीच पुल टूटने के कारण उक्त सेवा अस्थाई रूप से बंद कर दी गई थी। अब जबकि 01 वर्ष से अधिक समय पुल बने हो गये हैं तथा गढ़वाल एक्सप्रेस एवं पैसेंजर गाड़ियां निरन्तर जारी हैं, लेकिन उक्त दोनों गाडियों का संचालन कोटद्वार से बंद है।
इस सम्बन्ध में यह भी अवगत करना है कि गढ़वाल मण्डल सैनिक बाहुल्य होने के साथ-साथ लैन्सीडाउन में गढ़वाल रेजीमेन्ट का सेन्टर भी है, जिससे कोटद्वार से दिल्ली एवं कोलकाता जाने वाले सेना में कार्यरत जवानों एवं अन्य यात्रियों को उक्त सेवा के बंद होने से कठिनाई हो रही है तथा क्षेत्रीय जनता द्वारा उक्त सेवा को बहाल करने की मांग की जा रही है। इस सम्बन्ध में पूर्व में भी मेरे द्वारा पत्रांक- 675 दिनांक 24.11.2022 के द्वारा मा० महोदय से अनुरोध किया गया था।
अतः माननीय महोदय से पुनः अनुरोध करना है कि जनहित में उक्त मांग पर विचार करते हुए उक्त सेवा को पुनः बहाल कराने की कृपा करें।