बिहार में राजनीति में सनसनी फैलाने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी हुई फेल, मिले नोटा से भी कम मिले वोट
बिहार राजनीति की सनसनी पुष्पम प्रिया चौधरी हुई फेल, मिले नोटा से भी कम वोटपटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बांकीपुर विधानसभा सीट पर मतगणना पूरी हो गई है। यहां बीजेपी के नितिन नबीन ने जीत दर्ज की। वहीं बदलाव की राजनीति की बात और इसके दावे करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी इस सीट पर तीसरे नंबर पर रहीं और पूरी मतगणना के दौरान एक बार भी दौड़ में नहीं आ सकीं। उन्हें करीब 1500 वोट ही मिल सके। बीजेपी के नितिन नबीन ने इस सीट पर शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव को भी मात दी। पुष्पम प्रिया इसके अलावा बिस्फी सीट से भी उम्मीदवार थीं। वहां भी वो हार रही हैं । उन्हें नोटा से भी ढाई गुना कम वोट मिले हैं।
पुष्पम प्रिया चौधरी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया था। लंदन रिटर्न पुष्पम को बिहार राजनीति की सनसनी भी कहा जा रहा था। एक समय में उनके पिता जेडीयू में थे, लेकिन इस चुनाव में पुष्पम अलग पार्टी बनाकर मैदान में उतरीं। पुष्पम प्रिया चौधरी ने प्लूरल्स पार्टी की स्थापना की। इसी पार्टी से खुद भी चुनाव लड़ीं और दूसरी सीटों पर भी प्रत्याशियों को मैदान में उतारा। पुष्पम की पार्टी ने अपने पहले चुनाव में साफ सुथरी छवि वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षक, डॉक्टर और अन्य पेशेवरों को टिकट देने की कोशिश की।
पुष्पम मार्च के बाद से बांकीपुर में गांवों का दौरा कर रही हैं और स्थानीय लोगों से मिली थीं। वह दावा कर रही थीं कि उनकी पार्टी को भारत के चुनाव आयोग से पंजीकृत किया गया है।
लंदन रिटर्न
बिहार चुनावों की सनसनी पुष्पम प्रिया जेडीयू के नेता और विधान परिषद के सदस्य (MLC) रह चुके विनोद चौधरी की बेटी हैं। मूल रूप से दरभंगा की रहने वाली पुष्पम ने लंदन के मशहूर लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री ली है। प्लूरल्स पार्टी की स्थापना करने वाली पुष्पम पार्टी की अध्यक्ष भी हैं।