चमोली / बदरीनाथ(पुष्कर सिंह नेगी): सूबे के चार धामों में एक प्रमुख धाम भू बैकुंठ बद्रीनाथ धाम का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भी श्री हरि नारायण के भरोसे चल रहा है । बता दें कि यहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महज एक डॉक्टर और एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है।
गौरतलब है कि बद्रीनाथ धाम हिंदू धर्म की आस्था का एक प्रमुख केंद्र है। यहां हर साल देश विदेश से श्रद्धालु श्री हरि नारायण के दर्शन के लिए आते है।ऐसे मै अगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में न तो पर्याप्त डॉक्टर है ओर न ही पर्याप्त स्टाफ है और न ही संसाधंन तो ऐसे मै कैसे मरीजों का उपचार हो पाएगा। प्रशासन की माने तो अभी धाम में यात्रा रफ्तार नही पकड़ रही है जैसे ही यात्रा बड़ेगी तो स्टाफ बड जायेगा, स्थानीय लोगो की माने तो बद्रीनाथ मै लगभग 1000 से 1500 के लगभग लोग रह रहे है, ऐसे में बीमार मरीज अपने इलाज के लिए जाए तो जाए कहा। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि जब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बद्रीनाथ मै पूर्ण स्टाफ और संसाधन ही नहीं है तो कैसे लोगो का इलाज संभव हो पाएगा।
बता दे करोना काल के चलते इस बार श्रद्धालु काफी कम मात्रा में बद्रीनाथ धाम में पहुंच रहे है।इसके बावजूद बद्रीनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारीयों सहित स्थानीय बामणी गाँव,माणा गाँव,सहित आधा दर्जन अन्य गाँव के लोगों के अलावा धाम मे आस्था पथ सहित अन्य विकास कार्य में जुटे निर्माण कंपनियों के मजदूर वर्ग के सेकडों लोग कार्य कर रहे है। लोगो का कहना है कि बद्रीनाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मै प्राथमिक उपचार के लिए भी संसाधन उपलब्ध नहीं है।जिससे मरीजों को इलाज के लिए बाहर की ओर रुख करना पड़ता है।