शहीद हवलदार राजेंद्र नेगी,पंचतत्व में हुए विलीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी श्रद्धांजलि
देहरादून :देहरादून के अंबीवाला गढ़ी निवासी शहीद हवलदार राजेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर बीती रात 7:45 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर विशेष विमान से देहरादून लाया गया और मिलिट्री हॉस्पिटल में रखा गया। वहीं आज सुबह शहीद का पार्थिव शरीर उनके आवास में लाया गया और अंतिम विदाई दी गई। मुख्यामंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी हवलदार राजेन्द्र नेगी के आवास में पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी सेना की 11वी गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। वह 8 जनवरी को जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग से ड्यूटी के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आने से वह फिसलकर पाकिस्तान की सीमा की तरफ गिर गए थे। वहीं इसके बाद सेना द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया लेकिन जवान का कुछ पता नहीं चल पाया।जिसके बाद 21 मई को सेना ने उन्हें बैटल कैजुल्टी मानते हुए शहीद घोषित कर दिया था। लेकिन परिवार वाले राजेंद्र नेगी को शहीद मानने को तैयार नहीं थे। वह राजेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर लाने की मांग कर रहे थे। वहीं, 8 महीने बाद 15 अगस्त के दिन जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने राजेन्द्र नेगी का पार्थिव शरीर बरामद किया था। तब से सेना के श्रीनगर स्थित बेस अस्पताल में रखा गया था।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहीद राजेन्द्र सिंह के परिवारजनों को अनुमन्य सहायता राशि दी जायेगी। उनकी पत्नी को उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर राजकीय सेवा में नौकरी दी जायेगी। इस अवसर पर विधायक हरवंश कपूर, गणेश जोशी, सहदेव सिंह पुण्डीर एवं सैन्य अधिकारियों ने हवलदार राजेन्द्र सिंह के पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।