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*प्रथम चरण में 500 स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों का हुआ सफल टीकाकरण* *अर्जुन सिंह भंडारी*

देहरादून-: वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ आज भारत देशभर के 3006 स्वास्थ्य केंद्रों में तीन लाख स्वास्थ्य कर्मी व चिकित्सकों का टीकाकरण कर इस वैश्विक महामारी के ‘अंत की शुरुआत’ के प्रथम चरण की सफलतापूर्वक शुरुआत कर इतिहास रच गया।जिसके साथ ही आज उत्तराखंड प्रदेश के 34 सरकारी व निजी स्वास्थ्य केंद्रों में भी इस टीकाकरण के प्रथम चरण के प्रथम दिन 3400 स्वास्थ्य कर्मी व चिकित्सकों को टिका लगाया गया।

वृहद टीकाकरण के एकाकीकरण के अंतर्गत आज से शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान में राजधानी देहरादून के भी पांच स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पतालों में इसकी शुरुआत हुई ,जहां दून मेडिकल कॉलेज में स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इस अभियान के साक्षी बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वयं देश भर के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ इस अभियान की शुरुआत की गई। जहां राजधानी देहरादून के पांचों स्वास्थ्य केंद्र में प्रथम दिन में अधिकतम 100 व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया जिसकी शुरुआत अस्पताल के वार्ड बॉय,सफाई कर्मी से की गई जिसके बाद सभी चिकित्सकों समेत कुल 500 लोगों को इसकी प्रथम डोस दी गयी।

अभियान के सफल अनावरण पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्या और संक्रमण जैसी महामारी में जन जागरण बहुत जरूरी होता है। डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा इस महामारी के दौरान किये गए कार्यों व त्याग को उन्होंने स्वयं नजदीक से देखा है। देश आज इस वैश्विक महामारी में बचा है तो इन वारियर्स की वजह से ही बचा है जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डाल अपना दायित्व निभाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश को 1 लाख 13 हज़ार वैक्सीनेशन मुहैया करवाई गई है जिसपर सरकार द्वारा कुम्भ के चलते केंद्र सरकार से और वैक्सीनेशन मुहैया करवाने की अपील की है।प्रदेश सरकार द्वारा प्रथम चरण के टीकाकरण में प्रदेश के 50 हज़ार स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा जिसके उपरांत इसको चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाते हुए 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को यह वैक्सीनेशन लगाई जाएगी। उन्होंने सभी लोगों से इस वैक्सीनेशन व इसको इजात करने वाले वैज्ञानिकों के प्रति भरोसा दिखाने को कहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस टीकाकरण के पश्चात भी लोगों को पूर्व की तरह नियमों का पालन यथावत तरीके से करना है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को आज दी जाने वाली वैक्सीनेशन की प्रथम डोस दी गयी है उन्हें 28 दिन के उपरांत उसी वैक्सीनेशन की दूसरी डोस दी जाएगी जिसके सम्पूर्ण परिणाम आने तक के लिए उनके द्वारा 42 दिन लगने की बात कही गयी।

इस दौरान जिलाधिकारी देहरादून डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जनपद में आज शुरू हुए इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के निचले स्तर के कर्मियों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के तौर पर सभी वार्ड बॉय, सफाई कर्मियों को इस वैक्सीनेशन की प्रथम डोस लगाई गई है जिसके बाद चिकित्सकों को इसकी डोस दी गयी। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन भारत सरकार द्वारा पूर्ण परीक्षण के बाद ही आम लोगों के लिए उतारी है जिसका इतने वृहद स्तर पर टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा स्वयं इसमे भागीदारी भ्रम जैसी स्थिति को नकारना प्रमाणित करती है।

टीकाकरण में इस्तेमाल वैक्सीन:-
1.भारत बायोटेक द्वारा तैयार ‘कोवैक्सीन’ पूरी तरह भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई है।
2.ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्रोजेनेका द्वारा विकसित व भारत सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित ‘कोविडशील्ड’ ।

 

*प्रथम चरण में- 1करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों को लगायी जाएगा यह टिका।
*दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स भी पहले चरण का होंगे हिस्सा।
*दूसरे चरण में 27 करोड़ लोगों(50 वर्ष से अधिक आयु वाले) को लगेगा टिका।

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