उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी मंच के सदस्यों ने , भू कानून अभियान अधिनियम के साथ ही गैरसैण अभियान को लेकर विधानसभा कूच कर किया धरना प्रदर्शन, साथ ही दी अपनी गिरफ्तारीया ,,
आज दिनांक 11-दिसम्बर को उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी मंच की पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रातः 11-बजे सभी राज्य आंदोलनकारी, वन्दे मातरम व देव भूमि युवा संगठन , भू कानून अभियान अधिनियम के साथ ही गैरसैण अभियान के प्रतिनिधि *नेहरू कालोनी स्थित शहीद रवीन्द्र रावत (पोलू स्मारक)* पर एकत्र हुए तथा 12-बजे दो पक्तियों मैं लामबंद होकर नारे लगाते हुए हाथो मैं बैनर तख्तियां लेकर हिमांचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून /मूलनिवास लागू करो….✊
राज्य आन्दोलनकारियों के 10% क्षैतिज आरक्षण का शासनादेश /एक्ट तत्काल जारी करो …✊
नारो के साथ ही उत्तराखण्ड सरकार होश मैं आओ , राज्य आन्दोलनकारियों की उपेक्षा करना बंद करो के साथ विधान सभा मार्च किया।
राज्य आंदोलनकारी पुलिस बैरियर पर दो तीन बार धक्का मुक्की कर आगे जाने का प्रयास करते रहे लेकिन पुलिस अधिकारियो ने तरीके से जुलूस को आगे बढ़ने से रोका जिससे राज्य आंदोलनकारी बैरियर पर ही धरना देकर वहीं बैठ गये और भाषण बाजी करने लगे। जिला प्रशासन की ओर से पहले सरकार के साथ वार्ता का प्रयास किया गया परन्तु नगर मजिस्ट्रेट व पुलिस प्रशासन द्वारा सत्र की व्यस्तता के चलते अनभिज्ञता जाहिर की जिस पर राज्य आंदोलनकारी आक्रोशित हो गये वह जबरदस्ती करने लगे जिस पर पुलिस प्रशासन द्वारा शीघ्र 60/70 से ज्यादा आन्दोलनकारियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हे बिठाकर पोलू स्मारक पर छोड़ दिया गया।
बैरियर पर धरना देते हुए ओमी उनियाल व जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि यह भाजपा सरकार लगातार राज्य आन्दोलनकारियों को नजरंदाज करती आ रही है परन्तु हम सड़को पर आकर आमजन को इनकी कार्यशैली से अवगत कराएंगे।
सत्या पोखरियाल व सुलोचना बट्ट व बिना बहुगणा ने संयुक्त बयान मैं कहा कि इस राज्य की परिकल्पना इसलिए नहीं हुई थी कि हमारे राज्य कि भूमि को तार तार करके बेचा जाय सरकार तत्काल हिमांचल की तर्ज पर सशक्त भू कानून लागू करें।
प्रदेश मैं हमारे नौजवान बेरोजगारों की फौज खड़ी होगई लेकिन सरकार केवल प्रचार में व्यस्त है।
पूरण सिंह लिंगवाल व रुकम पोखरियाल ने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों का 10% क्षैतिज आरक्षण का एक्ट आज तक 06-वर्षो से राजभवन से बाहर निकला और ना ही सरकार द्वारा कोई शासनादेश जारी किया जा रहा है। यदि सरकार जल्द इसे लागू नहीं करती तो हमें सड़को पर आने को मजबूर होना पड़ेगा।
आज मार्च में मुख्यतः ओमी उनियाल, जगमोहन सिंह नेगी सत्या पोखरियाल, वेद प्रकाश शर्मा, रुकम पोखरियाल, विक्रम भण्डारी, वेदा कोठारी, प्यारेलाल जुगरान , भानु रावत , केशव उनियाल , जगदीश चौहान, जब्बर सिंह पावेल , क्रांति कुकरेती अम्बुज शर्मा , सुलोचना भट्ट , राधा रतूड़ी , लुसून तोड़रिया, गंभीर मेवाड़ , विनोद असवाल, सरोजनी थपलियाल, अमित तिवाड़ी , आशीष नौटियाल, कार्तिक उपाध्याय, ललित कुकरेती , प्यारे लाल जुगरान ,युद्धवीर सिंह चौहान, मुन्नी ध्यानी सुनीता नौटियाल , गणेश धामी , एसएस रावत राजेश शर्मा ,रेनू, वीरेंद्र गुसांईं विनोद , सुशील जोशी , एनoकेo गुसांईं , वीरेंद्र रावत फुट बाल खिलाडी , से विशम्वर दत्त डोभाल, विजय पंत, रेनू नेगी, विमला रावत, शांति रावत राजवंती बहुगुणा, आशा नौटियाल जय श्री रावत, मधु बाला तिवारी विजया थपलियाल, रामनाथ तिवाड़ी, धन्यजय घिलिडियाल , शुभा नेगी शुभागा फरसवान् बंटी थापा रेवती बिष्ट विकास बिष्ट हल्द्वानी से कार्तिक उपाध्याय , प्रभात डन्डरियाल, सुदेश कुमार सिंह , राजेश पान्थरी, संजय काला युद्ध वीर सिंह चौहान बलवीर नेगी पूर्ण सिंह लिंगवाल , मदन मोहन कोठारी, शकुंतला रावत , गोमती जोशी कुसुम नेगी पुष्पा सनवाल सुशीला चंदौला बीना भट्ट , विमला नेगी , नरेन्द्र सिंह नेगी ,विजय पाहवा आदि रहे।
प्रदीप कुकरेती
जिला अध्यक्ष