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उत्तराखंड के US नगर में बनेगा AIIMS ऋषिकेश का सैटेलाइट केंद्र,, अनिल बलूनी ने 2018 में केंद्र से की थी एम्स की मांग,,

 

 

राज्य के उधमसिंह नगर जनपद के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध जमीन पर एम्स ऋषिकेश का सेटेलाइट केंद्र संचालित होगा जो कुमायूं मंडल के मरीजों के लिए एम्स की सुविधाएं प्रदान कर उपचार की सेवाओं को उपलब्ध कराएगा। उधम सिंह नगर में एम्स ऋषिकेश द्वारा सैटेलाइट केंद्र खोले जाने संबंधित पत्र भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार निलाम्बुज शरण की ओर से एम्स ऋषिकेश के डायरेक्टर को प्राप्त हो चुका है।

एम्स के सेटेलाइट केंपस को कुमाऊ के उधम सिंह नगर में स्थापित करने की मंजूरी केंद्र सरकार ने दे दी है जिससे एक बार फिर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की कोशिशों के चलते यह सब चीजे सार्थक हो सकी है। आपको बता दें प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अनिल बलूनी कई तरीके से कोशिशों में जुटे हुए थे ऐसे में ना केवल कुमाऊं में एम्स खोलने को लेकर उनकी कोशिश थी वहीं राज्य में कैंसर की बीमारी को ठीक करने के लिए भी एक कैपस खुलवाने की उनकी कोशिश है जिसको भी जल्द साकार किया जा सकेगा 

 

जी हाँ उत्तराखंड के लाल अनिल बलूनी  की एक और मुहिम लाई रंग आदरणीय बलूनी जी ने वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री से कुमाऊं में एम्स के लिए अनुरोध किया था उत्तराखंड की प्रमुख मांगों में से एक मांग को प्रधानमंत्री  ने सहर्स स्वीकृति दे दी है

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे कुमांऊ क्षेत्र की जनता के साथ उ.प्र. के समीपवर्ती जनपदों के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

मुख्यमंत्री के उपरोक्त अनुरोध के क्रम में भारत सरकार द्वारा तात्कालिक रूप से शीघ्र ही जनपद उधमसिंह नगर में राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गई जमीन पर एम्स ऋषिकेश के सेटलाइट केन्द्र संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है।

आपको बता दे कि भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार श्री सरन के पत्र में एम्स भुवनेश्वर द्वारा उड़ीसा के बालासोर में संचालित सेटेलाइट केंद्र की तर्ज पर एम्स ऋषिकेश द्वारा उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में एम्स का सेटेलाइट केंद्र संचालित करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं किए जाने के लिए कहा है।

 

 

भारत सरकार के पत्र मिलने के बाद अब राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध जमीन की उपयोगिता एवं एम्स के सेटेलाइट केंद्र के रूप में संचालित होने की क्षमता का आकलन स्वास्थ्य मंत्रालय की टेक्निकल टीम द्वारा शीघ्र ही किया जाएगा जिसमें एम्स निदेशक की अगुवाई में वहां के इंजीनियर तथा चीफ आर्किटेक्ट जमीन का भ्रमण कर उपयोगिता का परीक्षण करेंगे।

परीक्षण के उपरांत एम्स की टीम चिन्हित स्थान पर एम्स के सेटेलाइट केंद्र के संचालन हेतु अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को प्रस्तुत करेगी। भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार द्वारा इस प्रकरण को तेजी से निष्पादित करने का अनुरोध भी एम्स निदेशक से किया गया है

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