Uttarakhand Newsउत्तर प्रदेश

उपनाम में छिपा है पूरा इतिहास, युपी में यहाँ मुस्लिमों ने नाम के साथ जोड़े ये उपनाम।

उत्तर प्रदेश: यूपी के जौनपुर में मुस्लिम समुदाय के लोग अचानक अपने नाम के साथ दुबे टाइटल लगाने की वजह से सुर्खियों में आ गए हैं. इन सभी का मानना है कि उनके पुरखे ब्राह्मण हुआ करते थे. बाद में उन्होंने धर्म परिवर्तन कर इस्लाम कुबूल कर लिया. अब उन्हीं की याद में लगभग 25 ऐसे परिवारों के लोग हैं जिन्होंने अपने नाम के साथ आने वाले खान, शेख, अंसारी या अहमद टाइटल के बाद दुबे लिखना शुरू कर दिया है. ऐसा करने पर उन्हें गर्व महसूस होता है. हालांकि ऐसा करने वाला सभी परिवारों का मुखिया ही है. बाकी किसी सदस्य ने टाइटल नहीं बढ़ाया है.

डेहरी गांव के बहुत से ऐसे परिवार हैं जिन्होंने इस्लाम तो नहीं छोड़ा बल्कि हिन्दू धर्म वाले टाइटल को अपनाना शुरू कर दिया है. इसमें ब्राह्मण टाइटल ही सभी ने स्वीकार किया है. इन लोगों का कहना है कि जब उन्होंने अपने खानदान की जड़ खंगालनी शुरू की तो उन्हें पता चला कि लगभग सात पीढ़ी पहले उनके पुरखे ब्राह्मण हिन्दू हुआ करते थे. ऐसे में अपने पुरखों की याद में ल मुस्लिम नाम के आगे हिन्दू नाम का टायटल दुबे लिखकर अपने पुरखों से नाता जोड़ लिया गया है. ये सभी बड़े गर्व से कहते हैं कि वे कहीं और के नहीं हैं, भारत के ही रहने वाले हैं. उनके पूर्वज हिन्दू ब्राह्मण परिवार से रहे हैं. 5—7 पीढ़ियों पूर्व में छांकने के बाद ही उन्हें अपने पुरखों के बारे में ये जानकारी हुई.

2 साल पहले शुरू हुई पुरखों की खोज
डेहरी गांव वालों के बारे में बताया जा रहा है कि लगभग 2 साल पहले इस गांव के कुछ लोगों ने अपने पुरखों की जड़ तलाशनी शुरू की.  पूर्वजों की तलाश के बाद जब उनके ब्राह्मण होने के संकेत मिलने शुरू हुए तो गांव के नौशाद अहमद अब नौशाद अहमद दुबे हो गये. शेख अब्दुल्लाह भी अपने नाम के बाद दुबे लगाकर शेख अब्दुल्लाह दुबे बन गए. इनके साथ ही लगभग 25 और लोगों हैं जो अपने नाम के साथ दुबे, तिवारी, शांडिल्य आदि लगाने लग गए हैं. ब्राह्मणों की तरह ही गाय रख उसकी सेवा करने में लगे हुए हैं.

सिर्फ मुखिया ने ही बदले टाइटल
ऐसा नहीं है कि पूरे डेहरी गांव के लोगों ने आने नाम के टाइटल में ब्राह्मण टाइटल जोड़ रखा है. अपने पुरखों की खोज के बाद 2 साल पहले नाम के साथ दुबे टाइटल सिर्फ परिवार के मुखिया ने ही जोड़ा है. बाकी किसी ने भी ऐसा नहीं किया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *