देहरादून-: थाना पटेलनगर के ब्लेसिंग फार्म के समीप आधी रात में चार बाइक सवारों द्वारा एक सर्राफा को गोली मार लूटने के अपराध में वांछित चल रहे अभियुक्त नईम(24) को दून पुलिस टीम व एसओजी द्वारा चलाये गए संयुक्त दबिश में कल देर रात सहारनपुर के एक सरकारी अस्पताल चौक के पास से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस टीम ने अभियुक्त नईम के पास से सर्राफा से लूटे गए माल की भी बरामदगी की है।
उल्लेखनीय है कि बीते माह की 22 तारीख की आधी रात को थाना पटेलनगर स्थित ब्लेसिंग फार्म के समीप चार बाइक सवार लोगों ने दून के एक सर्राफा को गोली मार उससे लूट की थी। मामले की जांच में दून पुलिस द्वारा घटनास्थल से लेकर घटनास्थल के आसपास के क्षेत्रों से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अभियुक्तों का पता लगाने सफलता प्राप्त की थी जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा 1 अक्टूबर को राहुल शर्मा उर्फ राहुल पण्डित व नदीम को दिल्ली तथा बुलंदशहर से गिरफ्तार करने में सफलता पायी थी। सर्राफा गोलीकांड में फरार चल रहे शेष दो अभियुक्तों नईम व फैजल चौधरी को गिरफ्तारी को पुलिस द्वारा लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के अलग-अलग सम्भावित स्थानों पर दबिश दी जा गयी। पुलिस द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार किये जा रहे प्रयासों के दबाव में अभियुक्त फैजल चौधरी द्वारा 8 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में मा0 न्यायालय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष मुजफ्फरनगर में की गयी एक लूट के संबंध में सरेंडर कर दिया था।
वहीं घटना में वांछित चौथे अभियुक्त नईम की तलाश में पुलिस टीम द्वारा यमुनानगर, बागपत, थाना भवन, शेखपुरा आदि स्थानों पर दबिशें देते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया था जिसमे पुलिस टीम को अभियुक्त नईम के सहारनपुर में ही कहीं छिपा होने तथा फैजल चौधरी के न्यायालय के समक्ष सरेंडर होने की सूचना मिलने के बाद वह भी सहारनपुर कोर्ट में सरेंडर होने की फिराक में होने की सूचना दून पुलिस से साझा की। जिसपर थाना पटेलनगर,चौकी आईएसबीटी,धर्मावाला चौकी व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा कल रात्रि 10:30 बजे अभियुक्त नईम को सहारनपुर सरकारी अस्पताल चौक के पास से गिरफ्तार किया।पुलिस टीम ने अभियुक्त की निशानदेही पर उसके सेलाकुई के कमरे से घटना में लूटी गई ज्वैलरी भी बरामद की गयी।
*ऐसे हुई घटना*
पूछताछ में अभियुक्त नईम ने बताया कि मैं कपडों की फेरी लगाने का काम करता हूं, मेरे पिता सेलाकुई में रहकर पिछले 08 सालों से कबाड का कार्य कर रहे हैं तथा मैं अक्सर सेलाकुई आता जाता रहता हूं। फैजल से मेरी मुलाकात लाॅकडाउन से पूर्व दिल्ली के करोलबाग इलाके में हुई थी, जहां मैं अपने कारोबार के लिये कपडे लेने गया था। फैजल द्वारा हमारी बिरादरी की एक विकलांग महिला से निकाह किया गया था। जिसे उसके घर वाले अपने घर में रखने को तैयार नहीं थे, इस दौरान मैने उसकी मदद करते हुए उसे थाना भवन में किराये का एक कमरा दिलाया था, फैजल की पत्नी मुझे अपने भाई की तरह मानती थी, इस कारण फैजल और मेरी अच्छी जान-पहचान हो गयी थी। मैं पूर्व में लूट व चोरी के मामलों में कैराना व गंगोह से जेल जा चुका हूं। लाक डाउन के दौरान काम बन्द होने से मुझ पर लगभग 4 से 5 लाख रूपये का कर्ज हो गया था तथा मेरे पिता के हार्ट पेशेंट होने के कारण उनके इलाज में भी काफी खर्चा आ रहा था, जिस कारण मेरी आर्थिक स्थिती ठीक नहीं थी तथा मुझे पैसों की सख्त आवश्कता थी। पैसों की आवश्यकता को पूरा करने के लिये मैने लूट की एक योजना बनाई। चूंकि मैं सेलाकुई, प्रेमनगर, बसन्त विहार आदि क्षेत्रो में नियमित रूप से घूमकर कपडों की फेरी लगाने का काम करता था, इसलिये मुझे इस क्षेत्र की अच्छे से जानकारी थी। लूट की योजना को अमली जामा पहनाने के लिये मेरे द्वारा जीएमएस रोड स्थित एक सुनार की दुकान की रैकी की गयी, मुझे पता था कि उक्त दुकान का मालिक प्रतिदिन अपनी दुुकान बन्द करने के बाद दुकान की सारी ज्वैलरी व नगदी अपने साथ बैग में रखकर अपने घर ले जाता है, यदि उसे लूट लिया जाये तो उसके पास से काफी मात्रा में ज्वैलरी व नगदी मिल सकती है। 08 से 10 दिन तक लगातार रैकी करने के पश्चात मुझे उक्त दुकान के मालिक के आने व जाने के रूट व समय की अच्छी तरह जानकारी हो गयी थी। उसके पश्चात मेरे द्वारा फैजल से सम्पर्क कर उसे अपनी योजना के बारे में बताया गया। चूंकि मुझे जानकारी थी कि फैजल भी पूर्व में लूट व चोरी की घटनाओं में जेल जा चुका है तथा वह लूट की घटना को अजांम देने में मेरी सहायता कर सकता है। कुछ समय पश्चात फैजल ने मुझसे सम्पर्क कर मुझे दिल्ली बुलाया । जहां फैजल ने मेरी मुलाकात राहुल शर्मा उर्फ राहुल पण्डित तथा राहुल के एक अन्य साथी नदीम से करवायी। हम चारों ने राहुल पण्डित के कमरे में बैठकर उक्त लूट की पूरी योजना बनाई तथा योजना के मुताबिक लूट की घटना को करने के लिये दिल्ली आजाद नगर मण्डी के पास से दो मोटर साइकिलों को चोरी किया। दिनांक: 22-09-2020 को हमने योजना के मुताबिक देहरादून में लूट की घटना को अंजाम दिया तथा उसके पश्चात राहुल और मैं अपनी मोटर साइकिल को प्रेमनगर के पास बिधौली के जंगलों में छोडकर जंगल के रास्ते से पैदल-पैदल सेलाकुई स्थित मेरे कमरे पर पहुंचे, जहां अगली सुबह नदीम और फैजल भी आ गये। मेरे कमरे में लूट का सारा माल आपस में बांटने के बाद राहुल और नदीम उसी दिन वहां से अपने घरों को रवाना हो गये तथा फैजल और मैं सेलाकुई में ही रूक गये। दिनाँक: 24-09-2020 को फैजल और मै सेलाकुई से आटो पकडकर पहले हर्बटपुर पहुंचे तथा वहां से टैम्पो पकडकर कुल्हाल चैक पोस्ट से पहले उतर गये। हमारे द्वारा पैदल जा रहे व्यक्तियों के साथ शामिल होकर चैक पोस्ट को पार किया गया तथा उसके पश्चात बस व ट्रक के माध्यम से हम लोग यमुनानगर हरियाणा पहुंचे, जहां से फैजल और मैं अपने-अपने घरों को चले गये। इसी बीच देहरादून पुलिस द्वारा राहुल पण्डित तथा नदीम को गिरफ्तार करने की जानकारी मुझे मिली तो मैं डर गया तथा पुलिस द्वारा पकडे जाने के डर से मैं लगातार अलग-अलग जगहों पर छिपकर रह रहा था। तीन दिन पूर्व फैजल द्वारा मुजफ्फरनगर कोर्ट में सरेंडर करने की जानकारी मिलने के बाद मैं भी कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक मे था तथा इस सम्बन्ध में अपने वकील से सम्पर्क करने का प्रयास कर रहा था, इसी बीच दून पुलिस द्वारा मुझे गिरफ्तार कर लिया गया।