लाॅकडाउन में गंगी गांव के जंगलों में काट दिए हजारों बेशकीमती पेड़
नई टिहरी, 29 जून (उकेके): टिहरी जिले के सीमांत गांव गंगी में लाॅकडाउन के दौरान विभिन्न प्रजाति के हजारों पेड़ काटने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और वन विभाग में हडकंप मच गया है। इतनी संख्या में हरे पेड़ कटने की प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। अब आनन-फानन में राजस्व विभाग ने रिपोर्ट तैयार कर दी है। मामला सिविल सोयम और आरक्षित वन भूमि का है। वहीं वन विभाग के अधिकारी भी अब गांव और आसपास के क्षेत्र में काॅबिंग कर गहन जांच की बात कह रहे हैं। लेकिन सवाल उठाता है कि किस की शह पर इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने डीएफओ से तत्काल रिपोर्ट उपलब्ध कराकर पेड़ काटने में शामिल लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना संक्रमण के कारण गंगी गांव के लोगों ने गांव में बाहरी लोगों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके चलते वहां की गतिविधियों की तहसील प्रशासन और वन विभाग को भनक तक नहीं लगी। गंगी गांव के ताल नामे तोक के ऊपर सिविल सोयम की भूमि और कुछ आरक्षित वन क्षेत्र में लोगों ने बांज, बुरांस, भमोरा, चीड़ सहित प्रतिबंधित प्रजाति थुनैर के हजारों पेड़ों पर आरियां चलाकर पेड़ काट दिए। जिस स्थान पर पेड़ काटे गए हैं वहां चार से पांच छानियां निर्माणाधीन है। 26 जून को घटना की सूचना मिलने के बाद राजस्व पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। राजस्व उप निरीक्षक राधाकृष्ण बिजल्वाण ने बताया कि मुआयना करने पर करीब एक हजार से अधिक पेड़, टहनियां वहां काटे गए। कई पेड़ों के मुनारे वहीं मौजूद हैं। सिविल सोयम के अलावा आरक्षित वन क्षेत्र से भी कुछ पेड़ काटे गए हैं। इसकी रिपोर्ट तहसील प्रशासन को उपलब्ध कराई है। गांव में करीब 200 परिवार निवासरत हैं। लगभग 80 परिवार के लोगों के नाम जांच रिपोर्ट में उपलब्ध कराए हैं। जल्द ही जुर्माने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में हरे पेड़ो का पातन गंभीर अपराध है। मामले में राजस्व विभाग की रिपोर्ट और वन विभाग की आख्या के लिए डीएफओ डा. कोको रोसे को निर्देश दिए हैं। कहा कि इस कार्य में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं डीएफओ डा. रोसे का कहना है कि गंगी दूरस्थ क्षेत्र है। वहां पर कितने पेड़ कटे हैं इसकी गहन जांच कराई जा रही है। विभागीय अधिकारियों की काॅबिंग करवाकर आसपास के इलाके का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
फोटो-29एनटीएच03-04भिलंगना ब्लाॅक के सीमांत गांव गंगी के जंगलों में इस तरह काटे जा रहे हरे पेड़।
फोटो-29एनटीएच05 भिलंगना ब्लाॅक के सीमांत गांव गंगी के जंगलों में हरे पेड़ काटकर बनाई जा रही छानियां।
Sdm घनसाली करेंगे जांच राजस्व वन व पुलिसविभाग की करेंगे सयुक्त जांच sdm पहुचे गंगी