केदार घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त – व्यस्त
ऊखीमठ! (लक्ष्मण सिंह नेगी)केदार घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त – व्यस्त हो गया है! कई गाँवों की दर्जनों मकाने , दुकाने, गौशालाएं खतरे की जद में आने से आपदा पीड़ितों की चिन्ताये बढती जा रही है! आलवेदर रोड़ के ऊपरी हिस्सों में सुरक्षा दीवालों का निर्माण न होने से तथा कुछ हिस्सों में प्रकृति का कहर बरसने से ग्रामीण जर्जर भवनों में रात्रि गुजारने को विवश बने हुए है !
गाँवो की पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से गांवों में पेयजल संकट बना हुआ है! काश्तकारों की कृर्षि भूमि व फसलों के तबाह होने से ग्रामीणों को भविष्य की चिंता सताने लग गयी है! आने वाले दिनों में यदि प्रकृति का रौद्र रूप इसी प्रकार रहा तो अन्य आवासीय भवनों को भी खतरा उत्पन्न हो सकता है!जानकारी देते हुए प्रधान कोरखी सुनीता देवी ने बताया कि केदार घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से हो रहे भूधसाव तथा आलवेदर रोड़ के ऊपरी हिस्सों में सुरक्षा दीवालों का निर्माण न होने से कई मकाने, दुकाने, गौशालाएं खतरे की जद में आ गयी है!
उन्होंने बताया कि कोरखी गाँव में आलवेदर रोड़ के कारण शुशीला देवी का स्नानागार, शौचालय क्षतिग्रस्त हो गया है तथा मकान खतरे की जद में आ गया है तथा ब्यूग गाँव में राजाराम सेमवाल की मकान, सेमकुराला में जसोदा देवी की गौशाला, शैलेश की गौशाला, सर्वेशानन्द की मकान भूधसाव होने के कारण खतरे की जद में आ गयें है!
उन्होंने बताया कि कान्ति देवी का मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त होने से उन्होंने पुराने जर्जर मकान पर आसरा लिया हुआ है! सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु जोशी ने बताया कि ब्यूगगाड के उफान पर आने के कारण शिव प्रसाद सेमवाल की दुकान को खतरा बना हुआ है, तथा गाँव की पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से विभिन्न तोको में पेयजल संकट बना हुआ है!
उन्होंने बताया कि काश्तकारों की कृर्षि भूमि व फसलों को भारी नुकसान होने से काश्तकारों की मेहनत पर पानी फिरने से उन्हें भविष्य की चिंता सताने लगा गयी है! कनिष्ठ प्रमुख शेलेन्द्र कोटवाल, प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत ने भी विभिन्न आपदा प्रभावित गाँवों का भ्रमण कर प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है!