ऊना. हिमाचल के ऊना जिले के अम्ब में हुए 15 वर्षीय प्राची की निर्मम हत्या के बाद हर कोई गमगीन है. लोगों में गुस्सा बहुत है. वहीं मृतका प्राची के पैतृक गांव देहरा के बीहण में भी इस दर्दनाक घटना से सन्न है.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और उन्हें ढांढस बंधाया. पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने कहा कि ऐसी घटना निंदनीय व शर्मसार करने वाली है. इससे समाज में तनाव भी पैदा होगा. बेटियों की रक्षा करना भी चिंता की बात होगी.
धूमल ने कहा मुझे विश्वास है कि प्रशासन सख्त कार्यवाही करेगा. ऐसे मकसद से किसी बेटी हत्या करना शर्मनाक व निंदनीय है. उन्होंने कहा कि यह एक दुखदायी घटना है. जो पहले सुना था और अब जो बेटी के पिता से जानकारी मिली है, यह निर्मम हत्या हुई है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बयान आ रहे है वो भी चिंताजनक हैं.
उन्होंने कहा कि जब भावनाएं भड़कती हैं तो लोग प्रोटेस्ट करते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि प्रशासन उचित कार्यवाही करेगा ताकि भविष्य में किसी ओर बेटी को कुर्बानी न देनी पड़े. वहीं उन्होंने कहा कि लोग फांसी देने की मांग कर रहे है. लेकिन यह काम कोर्ट का है और निश्चित रूप से कोर्ट कड़ी से कड़ी कार्यवाही करेगा.
वहीं मृतका के पिता ने भी अपनी बेटी को शहीद बताया है. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी प्राची आखिरी दम तक जुल्म के खिलाफ लड़ी. वो झुकी नहीं लेकिन काटी गई है. पिता के कहा दूसरे धर्म में भी काफी लोग पड़े लिखे हैं. लेकिन उनके धर्म से किसी का भी कोई बयान सामने नहीं आया है. वहीं ऐसी वारदात हिन्दू धर्म में होती तो सभी लोग फांसी की मांग करते.
पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने कुर्बानी दी है, वो फाइट करते हुए शहीद हुई है. उन्होंने कहा कि अब प्राची सिर्फ उनकी बेटी ही नहीं बल्कि पूरे देश व हिमाचल की बेटी है. आज उनके साथ यह घटना घटी कल को किसी ओर के साथ भी घट सकती है. उन्होंने कहा कि जिस डिपार्टमेंट में मैं काम करता हूं वहां पर यह सिखाया जाता है कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मैं अपने ही घर में फेल हो गया. पिता ने कहा कि पूरे हिमाचल की यह मांग है कि इस केस को फास्ट्रेक कोर्ट में डालकर तीन महीने के अंदर हमें न्याय मिलना चाहिए और उस दरिंदे को फांसी पर लटका दिया जाए. पिता ने कहा कि अगर सरकार न्याय दिलाने में नाकाम है तो हत्यारे को हमारे हवाले कर दे हम उसको न्याय देंगे.