*बेरोजगार इंजीनियरों ने राज्य सरकार के खिलाफ किया हल्ला बोल* *अर्जुन सिंह भंडारी*
देहरादून-:प्रदेश में बेरोजगारी का आलम दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है जिसका नज़ारा आज एक बार फिर राजधानी देहरादून की सडकों पर देखने को मिला जहां आज प्रदेशभर से लगभग 300 इंजीनियर, डिप्लोमा धारक,आई टी आई प्रोफेशनल बेरोजगारों द्वारा परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच किया गया। हालांकि पुलिस द्वारा सचिवालय से पूर्व ही सेंट जोसफ स्कूल के गेट पर बेरिकेडिंग पर रोकने के चलते सभी युवा मुख्यमंत्री व अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा उनसे बातचीत करने आने पर ही धरना स्थल से उठने पर अड़े रहे।
प्रदेशभर के बड़े-बड़े व प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों से के विभिन्न कलाओं के डिग्री व डिप्लोमा धारक इंजीनियरों व आई टी आई प्रोफेशनल बेरोजगारों द्वारा आज तकनीकी बेरोजगार इंजीनियर समिति के बैनर तले राज्य सरकार द्वारा किसी भी सरकारी विभाग में भर्तियां न निकालने के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच किया। इस दौरान क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम ,क्षेत्राधिकारी डालनवाला व पुलिस टीम द्वारा सचिवालय से पहले ही उन युवाओं को सेंट जोसफ के गेट पर लगे बैरिकेडिंग पर ही रोक दिया गया जिसके बाद वह सभी युवा वहीं सड़क पर बैठ गए व मुख्यमंत्री अथवा अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा उनसे बातचीत करने पर ही वहां से हिलने पर अड़े रहे। इस दौरान बेरोजगार इंजीनियरिंग युवाओं ने राज्य सरकार पर 2014-2015 की आखिरी विज्ञप्ति के बाद से अब तक उन लोगों के लिए कोई भी नई भर्ती न निकालने का आरोप लगाते हुए नई भर्ती निकालने की मांग की। उन्होंने राज्य सरकार से यूपीसीएल, यूजीवीएनएल,पिटकुल आदि विभागों के कनिष्ठ अभियंता व सहायक अभियंता के रिक्त पदों पर 8 साल से भर्ती न निकलने पर प्रदेश के हज़ारों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा नौकरी की विज्ञप्ति निकाली जाएगी इस आस में वह सभी 6 साल से तैयारी कर रहे है किन्तु सरकार द्वारा संयुक्त कनिष्ठ व सहायक अभियंताओं का अधियाचन 2017 से क्रामिक व यूकेपीएससी के बीच मामला जानबूझकर लंबित रखा जा रहा है।
तकनीकी बेरोजगार इंजीनियर समिति के सचिव प्रांशु ने कहा कि उनके द्वारा गत 9 मार्च को राज्य सरकार से नई भर्तियां निकालने को लेकर 15 दिन का वक़्त दिया था पर आज 1 महीने का समय बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार द्वारा उन लोगों के भविष्य को लेकर कोई फैसला नही लिया गया है।उन्होंने कहा कि वह लोग दूसरे राज्यों मे कब तक नौकरियों की तलाश में भटकते रहेंगे,जबकि सरकार की उनके प्रति भी कोई जिम्मेदारी है कि नही? समिति की ही सहसचिव दीपिका उनियाल द्वारा राज्य सरकार पर भर्तियों की ज्ञापन जल्द ही निकालने के नाम पर वर्षों से एक विभाग से दूसरे विभाग में फाइलों को लटकाकर रखने का आरोप लगाया।
धरना पर बैठे बेरोजगार इंजीनियर युवाओं ने राज्य सरकार से 15 दिन के अंदर राज्य सरकार से इन 8 साल से प्रदेश के हज़ारो बेरोजगार इंजीनयर युवाओं के लिए यूपीसीएल, यूजीवीएनएल,पिटकुल आदि विभागों के कनिष्ठ अभियंता व सहायक अभियंता के रिक्त पदों सहित यूकेएसएसएससी के द्वारा ड्राफ्ट्समैन/सर्वियर व आईटीआई इंस्ट्रक्टर के रिक्त पदों पर भर्तियां निकलने को विज्ञप्ति करने की मांग करते हुए ऐसा न करने पर सभी युवाओं द्वारा आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी।
इस दौरान इंजीनियरिंग समिति के पुरुषोत्तम सिंह,संदीप उनियाल,कमलेश बर्थवाल,प्रशांत भट्ट, आशीष रमोला,अनिल बिष्ट, जितेंद्र रावत,रिजवान,लक्ष्मी,शोभित चौधरी आदि मौजूद रहे।
*भीख नही अपना हक मांग रहे है*
सरकार के खिलाफ सरकारी नौकरियों पर भर्ती न निकालने पर प्रदर्शन कर रहे इंजीनियरिंग व आई टीआई बेरोजगार युवाओं ने राज्य सरकार पर संविदा व अस्थायी भर्तियों निकाल युवाओं को बेरोजगार छोड़ने पर इसे राज्य सरकार का उनके प्रति लापरवाह रवैया बताया। इस दौरान उन्होंने अपने साथियों से धरना स्थल पर डटे रहने पर कहा कि वह कोई भीख नही मांग रहे है,यह उनका हक है जो वह सरकार से मांग रहे है।