रूद्रप्रयाग-: उत्तराखंड में गुलदारों का आतंक ने आम लोगो का जीना दुश्वार कर रखा है। प्रशासन इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नही दे रहा है। गुलदारो की बढ़ती संख्या कही न कही चिंता का सबब बन रहा है। हर रोज कहि न कही गुलदार के हमले की खबर आती रहती है। आखिर कब तक लोग अपने जान इस तरह गवाते रहेंगे। आने वाले चुनावों में यह भी एक मुद्दा उठाया जा सकता है। इनके बर्थ कंट्रोल पर लगाम लगाना बहुत जरूरी है। वैसे तो अन्य जानवर भालू, बाघ, सुवर, इनके हमले भी
अक्सर इंसानो पर होते रहते है। पर यदा कदा ही।
आए दिन हो रही इस तरह की घटनाओं से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में भारी दहशत व्याप्त है ताजा मामले में रूद्रप्रयाग जिले के शीला बामन गांव में हुई इस घटना से ग्राम वासियों में वन विभाग के प्रति रोष पनपता जा रहा है यहां आंगन में खेल रही डेढ़ साल की बच्ची को गुलदार उठाकर ले गया घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया आनन-फानन के बाद वन विभाग को घटना की सूचना दी गई जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुची इस बीच, ग्रामीणों ने पास के जंगल से बच्ची का शव बरामद कर लिया , बीते रोज भी इसी गांव में गुलदार ने एक महिला को हमला कर घायल कर दिया था, घटना के बाद से ही गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है, ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को तुरन्त पकड़ करके से निजात दिलाए जाने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना बीती रात्रि करीब साढ़े आठ बजे की बतायी जा रही है जब अगस्त्यमुनि विकासखण्ड़ के शीला बामन गांव के जाबर तोक में रहने वाले प्रमोद कुमार की डेढ़ वर्षीय बालिका घर के आंगन में खेल रही थी, क्षेत्र पंचायत सदस्य यशवन्त सिंह ने बताया कि गुलदार प्रमोद कुमार की डेढ़ वर्षीय बालिका को घर से उठाकर जंगल में ले गया, परिजनों व ग्रामीणों ने शोरशराबा करने पर भी गुलदार ने बच्ची को नही छोड़ा, जिसके बाद ग्रामीण बच्ची को खोजने जंगल पहुच गये तुरन्त ही उन्होने इस घटना की सूचना वन विभाग को दी, ग्रामीणों ने पास के जंगल से बच्ची का शव बरामद कर दिया है, वही वन विभाग की टीम भी फोर्स सहित गांव में पहुंच चुकी है, ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
पहले भी महिला को कर चुका है घायल बीते रोज भी महिला पर किया था हमला ग्रामीणों ने बताया कि बीते रोज भी इसी गांव में गुलदार ने
एक महिला को हमला कर घायल कर दिया था, जिसका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि मे चल रहा है। गांव में लगातार हो रहा गुलदार के हमले की घटना से ग्रामीण दहशत में हैं तथा वे लोग घर से निकलने में भी संकोच कर रहे हैं।