सोशल मीडिया में छाए हुए हैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, तेजी से बढ़ रही है फ़ॉलोअर्स की सँख्या…जानिए क्या है वजह
देहरादून । उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह सोशल मीडिया में छाए हुए हैं । कुर्सी संभालने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जनता के हित में कई बड़े फैसले किए और कई पुराने फैसले पलट दिए हैं । जिससे सोशल मीडिया में तीरथ सिंह रावत की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है ।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ फेसबुक पर जुडऩे वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले पांच दिनों में 18902 लोग उनके अधिकारिक अकाउंट को फालो करने लग गए। दस मार्च रात साढ़े आठ बजे 381625 लोग फेसबुक पर जुड़े थे। जबकि 14 मार्च रात दस बजे यह संख्या 400527 हो गई। अगर पूर्व सीएम के फालोअर्स की बात करें तो इस मामले में पहले नंबर पर त्रिवेंद्र सिंह रावत व दूसरे नंबर पर हरीश रावत है। त्रिवेंद्र के साथ 1511074 व हरदा के फालोअर्स की संख्या 842782 है।
बदलते दौर में इंटरनेट मीडिया पर नेताओं की खासा सक्रियता है। कार्यक्रमों के अलावा फेसबुक लाइव के जरिये लोगों को हर कार्यक्रम का लाइव अपडेट दिया जाता है। इस मामले में सबसे आगे पूर्व सीएम व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत है। वह फेसबुक व ट्विटर पर अपनी हर बात सांझा करते हैं। विरोधियों पर हमला बोलने से लेकर पहाड़ी उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए उन्होंने इंटरनेट मीडिया को बड़ा जरिया बना रखा है। हालांकि, वर्तमान सीएम तीरथ सिंह रावत भी लगातार सक्रियता बढ़ा रहे हैं।
सीएम बनने के बाद से अब तक तीरथ सिंह रावत के अधिकारिक फेसबुक पेज पर 31 पोस्ट डाली गई है। इसमें शपथ ग्रहण, हरिद्वार कुंभ, शहीद स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि, अफसरों संग बैठक व लोकपर्व फूल देई की बधाई भी शामिल है।
अगर मुख्यमंत्री के फेसबुक पेज की बात करें तो अबतक चार लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हो चुके हैं, जबकि मुख्यमंत्री बनने से पहले उनके पेज पर महज 3 लाख 60 हजार के करीब फॉलोवर्स थे।
इसी तरह ट्वीटर पर सीएम तीरथ सिंह रावत के 51 हजार से अधिक फॉलोवर्स हो गए हैं और अब आपको बताते हैं तीरथ सिंह रावत के वो फैसले जिससे उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
1-लॉकडाउऩ के दौरान जनता पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने का फैसला
2-2016 के बाद बनाए गए विकास प्राधिकरण का दोबारा से परीक्षण का निर्णय
3-हरिद्वार महाकुंभ को सभी श्रद्धालुओं के लिए खोलने का फैसला
4-गैरसैंण कमिश्नरी और देवस्थानम बोर्ड से जुड़े फैसले पर पुनर्विचार का निर्णय
5- घाट-नंदप्रयाग सड़क चौड़ीकरण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने का फैसला