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उत्तराखंड विजिलेंस ने 20 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को अरेस्ट किया।

देहरादून-: आरोप है कि शिकायतकर्ता  को भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखण्ड बलवीर रोड देहरादून में रजिस्ट्रार श्री रणवीर सिंह पंवार से मिला, उन्होंने उसे उसकी पत्रावली सहित पत्रावली लेकर अपने घर के पास ज्वैलर्स की दुकान के बाहर बुलाया और उससे बतौर सुविधा शुल्क/रिश्वत 80,000/-(अस्सी हजार रूपये) की मांग की। शिकायतकर्ता ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुये इतनी धनराशि देने में मजबूरी जाहिर की तो श्री रणवीर सिंह पंवार 50,000/- (पचास हजार रूपये) लेकर रजिस्ट्रेशन करने को सहमत हुआ। शिकायतकर्ता द्वारा अपना रजिस्ट्रेशन फार्म डाॅ0 सालिव सिद्दकी के साथ जाकर श्री रणवीर सिंह पंवार को उनके घर के पास ज्वैलर्स की दुकान के सामने दिया था तभी से डाॅ0 सालिव सिद्दकी के फोन पर श्री रणवीर सिंह पंवार के द्वारा लगातार फोन आ रहे है कि बाकी रूपये दे दो तथा रजिस्ट्रेशन फीस के अलग से 5,000/- रूपये देने होंगे। उसके बाद ही मैं रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करूंगा। श्री रणवीर सिंह पंवार द्वारा शिकायतकर्ता व उसके परिचित दोनों को बाकी के रूपये लेकर दिनांक 19.04.2021 को बुलाया है। शिकायतकर्ता रिश्वत देना नहीं चाहता है, अपितु ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़वाना चाहता है।

पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून द्वारा शिकायतकर्ता के शिकायती प्रार्थना पत्र की गोपनीय जांच कराये जाने पर जांच में आरोप सही पाते हुये नियमानुसार ट्रैप संचालन हेतु टैªप टीम का गठन किया गया।
*आज दिनांक 19.04.2021 को आरोपी रणवीर सिंह पंवार पुत्र श्री जय सिंह, निवासी-टी-स्टेट, निकट मैक्स इन्टरनेशनल स्कूल, बंजारावाला, देहरादून, हाल रजिस्ट्रार, भारतीय चिकित्सा परिषद कार्यालय, देहरादून को सतर्कता सैक्टर देहरादून की टैप टीम द्वारा समय करीब 16ः15 बजे सरकारी स्वतन्त्र गवाहान के समक्ष शिकायतकर्ता से 20,000/- उत्कोच ग्रहण करते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।* आरोपी के विरूद्व थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशो0 अधि0 2018) की सुसंगत धारा के अन्तर्गत अपराध पंजीकृत कराकर विवेचना की जायेगी।

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