पिथोरागढ़(पुष्कर सिंह नेगी) : इस समय भले ही भारत और नेपाल के बीच संबंधों में कड़वाहट हो लेकिन रोटी -बेटी के रिश्ते की कहावत को दोनों देशों ने एकबार फिर सच साबित किया है । दरअसल धारचूला का अंतरराष्ट्रीय झूला पुल एक बार फिर खुला । झूला पुल भारतीय व्यक्ति की दुल्हन को लाने के लिए खुला जो कि नेपाली मूल की नेपाली महिला थी। उसके लिए नेपाल सरकार और भारत सरकार के आपसी अनुरोध पर आज सुबह 12:00 बज कर 03मिनट में खोला गया।
उपजिलाधिकारी धारचूला के आदेशानुसार अंतर्राष्ट्रीय झूला पुल सीमा सुरक्षा बल द्वारा खोला गया । वही बीमार व्यक्ति नेपाल से धारचूला आया और इलाज हेतु पिथोरागढ़ भेजा गया और तीन युवक नेपाल जाने थे वो भी नेपाल गये , केवल सीमिंत समय हेतु पुल खुला ।
अंतर्राष्ट्रीय झूला पुल धारचूला में एक बार फिर से खोला गया और भारतीय मूल के युवक लक्ष्मण चंद की विवाह की रस्म को पूरा करने हेतु दोनों सरकारों के अनुरोध पर सीमा सुरक्षा बल धारचूला में 12:00 बज के 3 मिनट पर उसको खोला और युवक नेपाल गया और उसने नेपाल से अपनी पत्नी को विदा कर धारचूला भारतीय क्षेत्र में लेकर आ गया । दुल्हा-दुल्हन ने दोनों देशों के स्थानीय प्रशासन का आभार प्रकट किया।
दूल्हे कमलेश चंद ने बताया कि उनकी शादी मार्च माहीने में होनी थी, लेकिन लॉकडाउन होने के कारण झूलापुल बंद हो गए थे। जिसकी वजह से शादी को रोक दिया गया था। अब दोनों प्रशासन की सहमति से झूला पुल खोलने पर सहमति बनी है। इस तरह से रोटी बेटी के रिश्ते को दोनों देशों ने एकबार फिर कायम किया ।