पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में लगी आग में पांच लोगों की जान चली गई है, जबकि छह लोगों को बचा लिया गया है। सीईओ अदार पूनावाला ने पुष्टि की है कि जानमाल का कुछ नुकसान हुआ है, जबकि पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि घटना स्थल से 5 शव बरामद किए गए हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि मृतक व्यक्ति कंस्ट्रक्शन वर्कर्स थे। इस बीच, SII के सीईओ ने मृतक के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है
गुरुवार शाम एएनआई से बात करते हुए, पुणे के मेयर मोहोल ने कहा, “इससे पहले, यह संदेह था कि 4 लोग अंदर थे। इसलिए हमने उन्हें निकाल लिया। जब आग पर काबू पाया गया तो हमें पता चला कि उन 5 शवों को फायर ब्रिगेड के जवानों ने बरामद किया था। घटना में चार पुरुषों और एक महिला की मौत हो गई है। यह इमारत निर्माणाधीन थी, इसलिए हमारा अनुमान है कि वे कंस्ट्रक्शन वर्कर्स थे।”
BCG टीका जहां बनाया जाता है उस बिल्डिंग में आग लगी है। बता दें, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में ही कोरोना की वैक्सीन बनाई जा रही है। शुरुआत में बारह फायर टेंडर चलाए गए थे और 4 लोगों को बचाया गया था, पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने दिन में इसकी पुष्टि की थी। साइट पर NDRF की एक टीम भी तैनात की गई है। एएनआई के अनुसार, जिस जगह पर आग लगी है, वह एक निर्माणाधीन इमारत है जिसका अर्थ है कि वैक्सीन निर्माण संयंत्र सुरक्षित हैं। यह बताया गया है कि नवनिर्मित बीसीजी वैक्सीन यूनिट में आग लगने से पता चलता है कि कोविशिल्ड प्लांट को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि स्थल पर वेल्डिंग की चिंगारी के कारण आग लगी। टोपे ने एक बयान में कहा, “आग SII में निर्माण स्थल पर वेल्डिंग की चिंगारी की वजह से लगी थी। साइट पर ज्वलनशील पदार्थ से आग लगी।”
आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, डिप्टी सीएम अजीत पवार स्थिति का जायजा लेने के लिए आज शाम लगभग 7:30 बजे SII का दौरा करेंगे। इस बीच, पूरे भारत में कोविशिल्ड इनोक्यूलेशन शुरू हो गया है जबकि टीका अन्य देशों में भी भेजा जा रहा है।