मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। इस ऐप के माध्यम से लोगों को भूकंप से पूर्व चेतावनी मिल सके, इसके लिए इस ऐप की लोगों को जानकारी दी जाए विभिन्न माध्यमों से व्यापक स्तर पर इसका प्रचार प्रसार किया जाए। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा इसकी लघु फिल्म बनाकर जन-जन तक पहुंचाया जाए। स्कूलों में भी बच्चों को लघु फिल्म के माध्यम से इस ऐप के बारे में जानकारी दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों के पास एंड्रायड फोन नहीं है, उनको भी भूकंप से पूर्व चेतावनी मैसेज पहुंच जाये, इस ऐप के माध्यम से यह सुविधा भी प्रदान की जाए। भूकंप पूर्व चेतावनी में सायरन एवं वॉयस दोनों माध्यमों से अलर्ट की व्यवस्था की जाए। भूकंप पूर्व चेतावनी के लिए सायरन टोन अलग से हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूकंप पूर्व चेतावनी के लिए यह एक अच्छी पहल है। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरूगेशन, आईआईटी रुड़की के प्रो. कमल एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।