देहरादून :-मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेसी शिष्ट मंडल से ना मिलने की आलोचना उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संगठन विजय सारस्वत और उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा उनसे मिलने गए कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस शिष्टमंडल की संख्या को लेकर ना मिलने के फैसले को निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
दोनों नेताओं ने कहा है कि आज जब केंद्र सरकार ने पूरे देश के लोगों को जो विभिन्न प्रदेशों मै फंसे थे ।उनके प्रदेश में वापसी का रास्ता खोला है और उसमें कोरोना की भी ज्यादा चिंता नहीं की है तो ऐसी स्थिति मे कांग्रेसी शिष्टमंडल, जिसका नेतृत्व प्रीतम सिंह कर रहे थे और जिसमें कोई भी कोरोना का पीड़ित नहीं था उससे मिलने में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द सिंह द्वारा कठिनाई जताना यह दिखाता है कि उनका विपक्ष के प्रति जो रवैया है वह बहुत ही शर्मनाक है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगने के लिए कहा है और मागं की है कि मुख्यमंत्री को इस तरह से कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का और कांग्रेस नेताओं का अपमान नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री अहंकार से चूर हो गए हैं और राज्य का जब संकट के समय पर नेतृत्व करना है तो उनका दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा है कि वे ठंडे दिमाग से काम करें और विपक्ष का सम्मान कर उनका सहयोग ले। उन्होंने कहा उत्तराखंड मे कांग्रेस के तीन मुख्यमंत्री हुए हैं जिसमें नारायण दत्त तिवारी विजय बहुगुणा और हरीश रावत सभी के लिए कहा जाता था कि उनके जमाने में विपक्ष “मित्र विपक्ष” हुआ करता था और विपक्ष के प्रति बहुत ही प्रेम और आदर हमारे तीनों मुख्यमंत्रियों का रहा है ।उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिस तरह का आचरण किया है उससे उनकी साख गिरी है और उनको निश्चित ही अपने आज के कृत्य के लिए खेद व्यक्त करना चाहिए ।
विजय सारस्वत महामंत्री संगठन धीरेंद्र प्रताप उपाध्यक्ष उत्तराखंड प्रदेश